श्रीलंका में गहराया राजनीतिक संकट, आमने-सामने हुए राजपक्षे ब्रदर्स
दिल्ली: भयानक आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में अब राजनीतिक बादल भी मंडरा रहे हैं। एक तरफ जहां जनता सड़कों पर उतरकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से इस्तीफा मांग रही है तो वहीं विपक्ष ने अब सरकार बनाने का दावा ठोंक दिया है। इसी बीच एक और घटनाक्रम सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे एक नए प्रधानमंत्री के साथ अंतरिम सरकार बनाना चाहते हैं। लेकिन इसी दौरान प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है।
दरअसल, हाल ही में राजपक्षे की ही पार्टी एक बागी सांसद ने दावा किया था कि विपक्ष के पास 225 सदस्यीय संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जीतने के लिए आवश्यक 113 का आंकड़ा मौजूद है। इसके बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा था वह सरकार को किसी भी ऐसे समूह को सौंप देंगे जो 113 सीटें जुटा सकता है लेकिन वे राष्ट्रपति पद से नहीं हटेंगे। इसके बाद यह माना जा रहा था कि पूर्व पीएम रानिल विक्रमसिंघे फिर से पीएम बन सकते हैं।
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस विचार से सत्ताधारी पार्टी के कुछ सांसद खिलाफ नजर आए, साथ ही प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी इस्तीफा देने से मना कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दोनों राजपक्षे भाई आमने सामने आ चुके हैं। हालांकि दोनों यह चाहते हैं कि देश में राजनीतिक बदलाव हो जाए लेकिन दोनों अपने पद नहीं छोड़ना चाहते हैं।