‘गोल्डन वीजा’ बेचकर अपनी इकॉनमी सुधारेगा श्रीलंका, समझिए क्या है गोल्डन वीजा
दिल्ली: श्रीलंका आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और इकॉनमी को ट्रैक पर लाने के लिए कई तरह की कोशिशों में जुटा हुआ है। सख्त जरूरत वाली विदेशी मुद्रा को आकर्षित करने के लिए श्रीलंका अब लंबी अवधि के वीजा बेचेगा। न्यूज एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट बताती है कि श्रीलंका ने ‘गोल्डन पैराडाइज वीजा प्रोग्राम’ की शुरुआत की है। इसके तहत कोई भी विदेशी नागरिक एक निश्चित रकम जमा करके श्रीलंका में लंबी अवधि का वीजा लेकर रह सकता है या कारोबार कर सकता है। गोल्डन पैराडाइज वीजा प्रोग्राम के तहत विदेशी नागरिक द्वारा कम से कम एक लाख डॉलर (76.5 लाख भारतीय रुपये) जमा करने पर श्रीलंका में 10 साल तक रहने और काम करने की इजाजत दी जाएगी। सरकार ने एक बयान में कहा कि ठहरने की अवधि के लिए पैसा स्थानीय बैंक खाते में लॉक होना चाहिए।
श्रीलंका के केंद्रीय मंत्री नालका गोडाहेवा ने कहा है कि यह योजना श्रीलंका को ऐसे समय में मदद करेगी जब हम अपनी आजादी के बाद से सबसे खराब वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। श्रीलंकाई सरकार ने द्वीप पर एक अपार्टमेंट खरीदने के लिए कम से कम 75,000 डॉलर खर्च करने वाले किसी भी विदेशी को पांच साल का वीजा देने को भी मंजूरी दे दी है।