नसों से जुड़ी गंभीर समस्या है वैरिकोज वेन्स
वैरिकोज वेन्स को वेरिकोसाइटिस भी कहा जाता है। इस बीमारी में नसें बड़ी, चौड़ी या रक्त से ज्यादा भर जाती हैं, साथ ही दर्द भी रहने लगता है। वैरिकोज वेन्स अक्सर सूजी औैर उभरी हुई नसों के रूप में सामने आती हैं और ये नीले या लाल रंग की दिखती हैं।
पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में इसका ज्यादा जोखिम होता है और अधिकतर मामलों में वैरिकोज वेन्स टांगों को प्रभावित करती हैं। जी हां, कुछ लोगों को अक्सर पैरों में दर्द, सूजन, खुजली या चकत्ते की समस्या हो जाती है जिसकी वजह शुरुआत में तो समझ में नहीं आती लेकिन आगे चलकर यह गंभीर रूप ले लेती है।
इतना कि यह उन्हें खड़ा होने तक में असमर्थ बना सकती है। जब नसें ठीक तरह से काम नहीं कर पाती हैं तब वैरिकोज वेन्सकी समस्या उत्पन्न होती है। दरअसल, नसों की एक तरफ की वाॉल्व रक्त प्रवाह को रोक देती है।
जब ये वॉल्व काम करना बंद कर देती है तो रक्त ह्रदय तक पहुंचने की बजाय नसों में ही इकट्ठा होने लगता है जिससे नसों का आकार बढ़ जाता है। इसमें नसें एक गुच्छे की तरह इकट्ठी हो जाती हैं और उभरी हुई नजर आती हैं।
वैरिकोज वेन्स की समस्या का कारण ज्यादातर बढ़ती उम्र, मोटापा, लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना, जन्म के समय से ही क्षतिग्रस्त वॉल्व हो सकता है। गर्भावस्था में भी यह समस्या हो सकती है।
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना या मेनोपॉज से हार्मोनल बदलवा भी इसका कारण हो सकते हैं। वैरिकोज वेन्स का सबसे प्रमुख लक्षण है नसों का दिखना।
उभरी हुई नसें दिखने लगती हैं जिनमें दर्द, सूजन, भारीपन और ऐंठन की सम्स्या भी रहती है। इसके अलावा नसों में सूजन और नसों का रंग बदलने की समस्या भी इसके लक्षण हो सकते हैं। अगर इनमें से कोई भी लक्षण ज्यादा समय से दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।