जिलाधिकारी ने पेयजल कंट्रोल रूम का किया शुभारंभ
हमीरपुर। वर्तमान में गर्मी के मौसम के दृष्टिगत जनपद में पेयजल की सुचारू व्यवस्था रखने तथा पेयजल संबंधी समस्याओं के त्वरित निस्तारण के दृष्टिगत आज जिलाधिकारी डा. चंद्र भूषण ने कुछेछा स्थित विकास भवन में पेयजल कंट्रोल रूम का फीता काटकर उद्घाटन किया।
पेयजल कंट्रोल रूम का फोन नंबर 05282-221196 है। यह पेयजल कंट्रोल रूम 24 घंटे एवं सभी सातों दिन संचालित रहेगा।
कंट्रोल रूम में 8-8 घंटे की शिफ्ट में तीन कर्मचारियों संतोष कुमार, विनोद कुमार और मुनीर अहमद की डियूटी लगायी गयी है। इसके अलावा विकासखंड वार पेयजल की निगरानी की व्यवस्था हेतु कर्मचारियों की डियूटी लगाई गई है।
पेयजल व्यवस्था के नोडल अधिकारी डीपीआरओ राजेंद्र प्रकाश मोबाइल नंबर 7007722946 को बनाया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि पेयजल कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्ता पूर्ण ढंग से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
इसमें किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिकायत कर्ताओं की समस्याओं को रजिस्टर में नोटकर उसको संबंधित अधिकारी/विभाग के संज्ञान में लाकर उसका तत्परता से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
तत्पश्चात संबंधित शिकायतकर्ता से शिकायत निस्तारण के संबंध में फीडबैक भी लिया जाए। यदि शिकायत का गलत निस्तारण दिखाया गया है। तो संबंधित दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की पेयजल संबंधी समस्या पर कंट्रोल रूम पर तत्काल सूचित करें। कहा कि छोटी छोटी कमियों को 24 घंटे के अंदर तथा गंभीर/बड़ी समस्याओं को 48 घंटे के अंदर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में कोई भी पेयजल संबंधी शिकायत का निस्तारण प्रत्येक दशा में 72 घंटे के अंदर हो जाना चाहिए, इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती जाए। ज्ञात हो कि जनपद में ग्राम पंचायतों में 65 सक्रिय टैंकर उपलब्ध है। जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में अनुरक्षित पाइप पेयजल योजनाओं की संख्या 88 है।
जिसमें जल निगम की 28, जल संस्थान की 18 तथा ग्राम पंचायत की 42 पाइप पेयजल योजनाएं हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पाइप पेयजल योजनाओं को पूर्ण क्षमता के साथ क्रियान्वित किया जाए।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे राजेश कुमार यादव, जिला विकास अधिकारी विकास मिश्रा, परियोजना निदेशक डीआरडीए साधना दीक्षित, डीपीआरओ राजेंद्र प्रकाश, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।