छोटा इमामबाड़ा से दुकानें हटवाने पर भड़के मौलाना, बोले-पहले हटाई जाई सतखंडा चौकी
लखनऊ, लखनऊ में छोटा इमामबाड़ा के गेट से हटवाई गई दुकानों का मौलाना सैफ अब्बास ने विरोध किया है। मौलाना ने कहा- कोर्ट के आदेश की आड़ में गरीबों को बेरोजगार किया जा रहा है। उन्होंने सतखंडा चौकी को हटाने की मांग की है। इमारत की जर्जर स्थिति के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की लापरवाही भी बताई है। मौलाना सैफ अब्बास ने कहा इमामबाड़ा के आसपास जो दुकान लग रही हैं वह हुसैनाबाद ट्रस्ट की जमीन है। उसी की फुटपाथ पर तमाम दुकानें लगाई जाती हैं।
मौजूदा समय में जब सरकार रोजगार और लघु उद्योग की बात कर रही है। ऐसे समय में लोगों को बेरोजगार बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह निंदनीय है। मौलाना ने कहा जो बात कही जा रही है कि कोर्ट का आदेश आया है। यह बात स्पष्ट कर दें कि इमामबाड़े के दोनों गेट जर्जर हैं। इस पर भारतीय पुरातत्व कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। संबंधित मामले को लेकर अधिवक्ता मोहम्मद हैदर ने याचिका दायर कर जीर्णोद्धार का आदेश करवाया है।
आदेश में अतिक्रमण खत्म कराने की बात कही गई है। आदेश के अनुसार दुकान हटाने की जो बात कही जा रही है वह गलत है। हाई कोर्ट के ऑर्डर के तहत सबसे पहले सतखंडा चौकी हटानी चाहिए। सतखंडा चौकी गेट के अंदर बनी है तो पहले उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। गरीब दुकानदारों को बेरोजगार न किया जाए।