जिला पंचायत सदस्य आईजी की चेतावनी के चंद घंटे बाद मौदहा में मिलीं
चार दिन से थी लापता
बांदा,संवाददाता। नरैनी वार्ड 24 जमवारा से चुनी गईं लापता जिला पंचायत सदस्य कुसुमलता पुलिस महानिरीक्षक के. सत्यनारायणा के परिजनों से मिलने के चंद घंटे बाद ही मौदहा में मिल गईं। वह चार दिन से लापता थीं।
मंगलवार को आईजी ने परिजनों को महिला डीडीसी को खोज निकालने का आश्वासन दिया था। वह पिछले 19 जून को रहस्यमय ढंग से लापता हो गईं।
पति के थाना नरैनी में गुमशुदगी दर्ज कराने पर पुलिस ने हाथ पैर फूल गए। स्थानीय पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद कस्बे के बड़े पीरबाबा मजार सेे ढूंढ कर बांदा पुलिस को सौंप दिया है। मोहनपुर के खलारी गांव की रहने वाली वार्ड 24 (जमवारा) की नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य सुमनलता पटेल बीती शनिवार की शाम नरैनी स्थित किराये के मकान से अचानक लापता हो गई थीं।
परिजन उसके गुम होने की वजह पति यशवंत पटेल से मामूली नोकझोंक बता रहे थे। एसपी अभिनंदन ने डीडीसी की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई थीं। सीमावर्ती मध्य प्रदेश सहित यूपी के कई गांवों में पुलिस ने तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका था। मंगलवार को आईजी ने डीडीसी को खोज निकालने के लिए नरैनी कोतवाली प्रभारी को निर्देश दिए।
उनकी चेतावनी के चंद घंटे बाद ही डीडीसी सुमनलता को मौदहा तहसील अंतर्गत खम्हरिया पीरबाबा मजार में देर शाम कोतवाल मिथलेश कुमार सिंह ने ढूंढ निकाला। बताया कि वह तीनों दिनों से भूखी प्यासी लेटी थीं।
कोतवाल ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य अपनी निजी परेशानियों के चलतेे अचानक वहां से पिछले 19 जून को कस्बा आ गईं। पहले वह पति जसवंत पटेल के साथ कम्हरिया के मस्तानशाह बाबा की दरगाह आ चुकी हैं।
बताया कि गुमशुदगी की सूचना जैसे ही उन्हें मिली, जानकारी करते वह पहले मस्तानशाह बाबा की दरगाह पर पहुंचे। वहां न मिलने पर लोगों से जानकारी करने पर बताया गया कि फत्तेपुर के बड़े पीर बाबा की मजार पर एक महिला है।
वहां देखा तो जिला पंचायत सदस्य का फोटो मिलान हो गया। सूचना पर सीओ नितिन कुमार, नरैनी कोतवाल रामवीर सिंह, एसओजी प्रभारी मयंक चंदेल देर शाम कोतवाली आए। जिन्हें जिला पंचायत सदस्य कुसुमलता पटेल को सुपुर्द कर दिया है।