छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में शनिवार को नो बैग डे घोषित किया

दिल्लीः

प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने फैसला लिया है कि राज्य के सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शनिवार को छात्र बिना बैग लिये स्कूल पहुंचेंगे. शनिवार को स्कूलों में केवल एक्सट्रा करिकुलम एक्टिविटीज होंगी. बैगलेस डे में बच्चों को स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां कराईं जाएंगी. इससे बच्चों को स्कूल आने के प्रति रूची जागृत होगी. साथ ही स्कूली शिक्षा ज्ञानवर्धक होने के साथ ही मनोरंजक भी होगी.

बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग द्वारा पूरी एक्सरसाइज़ के बाद ये फैसला लिया गया है. जिससे की स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच बेहतर सामंजस्य बन सके साथ ही पर्सनैलिटी डेवलपमेंट भी हो सके. इसके अलावा पढ़ाई के प्रेशर को कम करने के लिए भी ये फैसला लिया गया है. रायपुर के शहीद स्मारक स्वामी आत्मानंद स्कूल के छात्राओं ने बताया कि शनिवार को नो बैग डे होने पर वे एक्सट्रा एक्टिविटीज़ को बढ़ा मिलेगा और छात्रों को अपने हुनर को निखारने का मौका मिलेगा. हांलाकि ये फैसला अभी प्राइमरी और मिडिल के छात्रों के लिए लिया गया है.

ऐसे में हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी में पढ़ने वाले छात्र भी शनिवार का दिन नो बैग डे करने की मांग कर रहे हैं. इस फैसले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विट कर लिखा है कि बच्चों में स्कूल के लिए रूचि जागृत हो और पढ़ाई के साथ-साथ स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक, साहित्यिक शिक्षा और ग्रुप डिस्क्शन और लाइब्रेरी में समय बीते, इसलिए अब छत्तीसगढ़ में 8वीं कक्षा तक हर शनिवार को बच्चे बिना बैग के स्कूल जाएंगे.

आज बिना किताबों के स्कूल पहुंचे बच्चे
आज यानी शनिवार को नो बैग डे का पहला दिन था. आज प्रदेश के कई जगहों पर बच्चे बिना किताबों के स्कूल पहुंचे. राज्य सरकार का मानना है कि स्कूलों में नो बैग डे के पूरे दिन योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक, साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इससे छात्रों की स्कूल आने की रुची भी बढ़ेगी. साथ ही पढ़ाई के अलावा गतिविधियों के जरिए छात्रों की पर्सनालिटी भी निखारी जाएगी.

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