पचखुरा बुजुर्ग में जेसीबी मशीन से कराया जा रहा मनरेगा का कार्य
एपीओ का कहना नहीं निकले है अभी तक एमआर
भरुआ सुमेरपुर। विकासखंड क्षेत्र के पचखुरा बुजुर्ग में गौशाला के अंदर जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों ने मनरेगा योजना के तहत मशीनों की पाबंदी होने पर खंड विकास अधिकारी सहित एपीओ मनरेगा से शिकायत की है. वही एपीओ मनरेगा का कहना है कि अभी इस ग्राम पंचायत में किसी कार्य के एमआर नहीं निकले है.
गौरतलब हो कि पिछले वित्तीय वर्ष में मनरेगा योजना के तहत कार्यरत तकनीकी सहायकों को स्थानांतरण किया गया था. इस विकासखंड के ज्यादातर तकनीकी सहायकों को दूसरे ब्लॉक में समायोजित किया गया है.
वही मौदहा विकासखंड क्षेत्र के ज्यादातर तकनीकी सहायकों को इस विकासखंड मे भेजा गया है. ग्रामीणों का आरोप है तकनीकी सहायक नवनिर्वाचित प्रधानों को मनरेगा के कार्यों को मशीनों से कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. जिसका नमूना देखने के लिए पचखुरा बुजुर्ग में मिला है. जहां गौशाला के अंदर जेसीबी मशीन से समतलीकरण किया जा रहा है.
इसकी फोटो वायरल होने पर ग्राम प्रधान ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता है कि मशीनों से काम नहीं कराया जा सकता है. एपीओ मनरेगा विकास ने बताया कि पचखुरा बुजुर्ग के लिए अभी तक कोई एमआर( मास्टर रोल )नहीं निकले हैं और न ही वहां किसी तरह का अभी मनरेगा योजना का कार्य शुरू कराया गया है.
अगर कोई कार्य कराया जा रहा है. वह इसकी जांच कर कार्यवाही करेंगे. बता दे कि कुछ ब्लाकों में पहले मशीनों से कार्य करा दिए जाते है. बाद में उस काम के एमआर निकाल कर एमबी कराकर भुगतान करा लिए जाते है।