इंजीनियर पर पाक के लिए जासूसी करने का आरोप, संवेदनशील जानकारी करता था लीक

महाराष्ट्र के ठाणे के इंजीनियर रविंद्र वर्मा की पुलिस हिरासत एक अदालत ने सोमवार को पांच जून तक बढ़ा दी। उसे पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और युद्धपोतों तथा पनडुब्बियों की संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में पिछले सप्ताह महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने बुधवार को गिरफ्तार किया था।
रविंद्र एक प्राइवेट रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी में काम करता था। आरोप है कि उसने 14 भारतीय नौसैनिक युद्धपोतों से संबंधित जानकारी पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (पीआईओ) के साथ साझा की। पिछले रिमांड की अवधि समाप्त होने पर उसे सोमवार को ठाणे की जिला अदालत में पेश किया गया।
पुलिस ने अदालत को बताई ये बात
पुलिस ने हिरासत बढ़ाने का अनुरोध करते हुए अदालत को बताया कि रविंद्र के सहयोगियों से पूछताछ की जरूरत है। पुलिस के अनुसार रविंद्र ने संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंट को स्केच, मानचित्रों एवं आडियो नोट के माध्यम से साझा की थी। उसे इसके बदले में भारत और विदेश में विभिन्न बैंक खातों से पैसे मिले।
गलत तरीके से फंसाने का लगाया आरोप
रविंद्र के वकील ने कहा कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया है। अधिकारी ने बताया, रवींद्र रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी में जूनियर इंजीनियर था। काम के सिलसिले में वह मुंबई में नौसेना डाकयार्ड तक जा सकता था। वह नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों पर भी जाता था।
जांच अधिकारी ने बताई ये बात
नौसेना डाकयार्ड पर अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं थी। इसलिए वह युद्धपोतों और पनडुब्बियों के स्केच बनाकर संवेदनशील जानकारी साझा करता था। कभी-कभी वह ऑडियो नोट के जरिये भी जानकारी साझा करता था। रवींद्र नवंबर 2024 से पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था। फेसबुक पर खुद को महिला बताकर पाकिस्तानी एजेंट ने उसे अपने जाल में फंसाया था।