चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में 6.6 फीसद की हुई वृद्धि

अपनी लॉन्चिंग के 20 दिनों के भीतर कोरोना कवच जैसी स्टैण्डर्डआइज बीमा पॉलिसी के तहत आने वाले 4.5 लाख लोगों का हवाला देते हुए, बीमा नियामक और भारतीय विकास प्राधिकरण (IRDAI) के अध्यक्ष सुभाष चंद्र खुंटिया ने कहा कि आसान और मानकीकृत स्वास्थ्य बीमा उत्पाद स्वास्थ्य बीमा खंड को बढ़ाया जाएगा। वे बीमाकर्ताओं से विशिष्ट रोग बीमा उत्पादों के बारे में जानकारी चाह रहे थे जो नीति धारकों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए इको-प्रणाली के निर्माण में सक्षम होंगे। खुंटिया एक वर्चुअल सेमिनार ‘इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस में बोल रहे थे।

खुंटिया ने कहा कि कोरोना कवच पॉलिसी लोगों में स्वास्थ्य बीमा के बारे में जागरूकता पैदा करेगी और बीमाकर्ता आसानी से उत्पादों की मार्केटिंग कर सकेंगे। उन्होंने बीमाकर्ताओं से मानकीकृत स्वास्थ्य बीमा कवर बेचने का आग्रह किया, क्योंकि इससे बीमा का प्रसास और पैठ बढ़ेगी, जबकि दावों के प्रभावी निपटान में प्रतिस्पर्धा आएगी। स्टैण्डर्डआइज पॉलिसी शर्तों के कारण दावों के निपटान में कम विवाद होंगे।

मालूम हो कि बीमाकर्ताओं और पॉलिसी धारकों के बीच दावों के निपटान से जुड़े विवादों की संख्या बहुत ज्यादा है। खुंटिया ने कहा कि कोरोना महामारी फैलने के बाद से 70,000 से अधिक COVID -19 दावों को बीमाकर्ताओं की ओर से लगभग 700 करोड़ रुपये के भुगतान के साथ निपटाया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय परिवारों में से चार फीसद लोग स्वास्थ्य सेवाओं पर अपनी आय का 25 फीसद खर्च करते हैं। खुंटिया ने कहा कि उचित बीमा कवरेज के साथ घर के मासिक स्वास्थ्य खर्च को कम किया जा सकता है। बाहर के रोगी का खर्च भी बीमा पॉलिसी के दायरे में आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में 11.3 फीसद की वृद्धि के साथ स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम 57,680 करोड़ रुपये था और अब इसके बढ़ने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में 6.6 फीसद की वृद्धि हुई।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker