डीएम की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति एवं विद्यालय परिवहन यान सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न
हमीरपुर। जिलाधिकारी डा. चंद्रभूषण की अध्यक्षता में जिला विद्यालय परिवहन यान सुरक्षा समिति एवं जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूलों में छात्र छात्राओं को लाने-ले जाने वाले विद्यालय द्वारा अनुबंधित वाहन नियमानुसार पूर्णतया फिट होना चाहिए तथा उसमे सभी वैध प्रपत्र होने चाहिए।
अनफिट/गैर मानक वाले वाहन किसी भी दशा में सड़को पर नहीं चलने चाहिए अन्यथा संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जो भी विद्यालय वाहन अनफिट है। उसका प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अंदर फिटनेस सही करा लिया जाए। कहा कि अनफिट वाहनों को तत्काल सीज किया जाए।
उन्होंने कहा कि अनफिट वाहनों से सड़कों पर दुर्घटनाएं होती है। अतः किसी भी दशा में अनफिट वाहन सड़क पर नहीं चलना चाहिए। यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में अनुबंधित वाहनों के ड्राइवर का चरित्र प्रमाण पत्र एवं वैध लाइसेंस अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में बच्चों को अवश्य बताया जाए तथा उन्हें जागरूक किया जाए। विद्यालय के सभी वाहनों में निर्धारित सभी मानक एवं वैध प्रपत्र रखे जाने हेतु बीएसए व डीआईओएस द्वारा निर्देशित किया जायें। असुरक्षित/अनफिट वाहनों पर प्रवर्तनीय कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्घटना बाहुल्य स्थलों/हांट स्पांट का चिन्हांकन कर वहां पर जरूरी यातायात संकेतक, साइन बोर्ड आदि लगवाए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी विभाग सड़क सुरक्षा हेतु अपने दायित्वों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करें तथा दुर्घटना पूर्व, दुर्घटना होने पर तथा दुर्घटना पश्चात उससे निपटने की कार्ययोजना तैयार कर लें।
जिलाधिकारी ने कहा कि ओवरलोड वाहनों तथा अनफिट वाहनों पर लगातार प्रवर्तनीय कार्रवाई की जाए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक शुभम पटेल ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु सभी विभागों द्वारा समेकित प्रयास किए जाएं। बड़ी संख्या में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु हर संभव प्रयास किए जाएं।
उन्होंने कहा कि वाहनों की ओवरस्पीड, शराब पीकर वाहन चलाने अथवा नींद आने से अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं होती है। अतः ऐसी स्थिति में किसी भी दशा में वाहन नहीं चलाया जाए। बैठक में एआरटीओ, सीएमओ, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य/प्रबंधक, डीआईओएस, बीएसए, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे।