छत्तीसगढ़: तापमान में गिरावट की आशंका,आज कई जिलों में बारिश की संम्भावना
दिल्लीः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई जिले लू की चपेट में है। नवतपा खत्म होने के बाद से गर्मी और बढ़ी है। प्रदेश के कई जिलों में पारा 45 से 47 डिग्री तक पहुंच गया। प्री मानसूनी बारिश नहीं होने से अधिकतम तापमान बढ़ा है। गर्म हवाएं शरीर को झुलसा रहीं हैं, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अनेक स्थानों पर पानी गिरने की संभावना है। वहीं बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन रहा है, जिससे मानसून के 14 या 15 जून तक बस्तर पहुंचने की संभावना है। मानसून को प्रदेश में सक्रिय होने में 4 दिन लगते हैं। यानी 20 जून तक पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाएगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक पूर्व पश्चिम द्रोणिका दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से मणिपुर तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। वहीं एक द्रोणिका पश्चिम बंगाल के उप हिमालयीन क्षेत्र से अंदरूनी ओडिशा तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ेंगे। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा अंधड़ चलने की संभावना है। 10 जून से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां बढ़ने के साथ अधिकतम तापमान में गिरावट का दौर भी शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, अरब सागर के कुछ और भाग में सिस्टम बनने से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ भाग, गोवा, कर्नाटक के कुछ भाग, बचे हुए तमिलनाडु में मानसूनी गतिविधि बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पहुंचने में 4 दिन की देरी हो सकती है। बस्तर में मानसून पहुंचने के दो दिन बार रायपुर में मानसूनी बारिश होती है। जबकि सरगुजा संभाग में 15 जून सामान्य तारीख है। इस बार वहां 19 जून के आसपास मानसूनी बारिश हो सकती है।