पुलिसवाला बन धौंस जमाने और ठगने का आरोप, दो आरोपी गिरफ्तार
बिहार में पुलिस बनकर धौंस जमाने वाले दो शातिरों को पुलिस ने पकड़ा है। मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस बनकर धौस दिखाने व ठगी करने के आरोप में धर्मशाला चौक के पास से दो शातिरों को पकड़ा गया है। स्थानीय लोगो ने दोनों की हल्की पिटाई के बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया। इसमें एक आरोपीत पटना के महेंद्रू और दूसरा मीनापुर के रहने वाला है। फिलहाल दोनों को नगर थाने पर रख कर गहन पूछताछ की जा रही है।
स्थानीय युवक बासु कुमार की माने तो वह अपने बाइक से सरैयागंज टावर चौक से कलमबाग चौक की ओर जा रहे थे। इसी बीच तिलक मैदान रोड में दोनों आरोपितो ने उनका पीछा कर उनकी बाइक को रोका। इसके बाद धौंस दिखाते हुए दोनों ने बोला कि ऐसे गाड़ी चला रहे हो समझ में नहीं आ रहा है। हमलोग नगर थाने के पुलिस पदाधिकारी हैं। इस पर बासु ने बोला कि सर हम गाड़ी तो आराम से चला रहे हैं। इसमें परेशानी क्या है? नगर थाने के बहुत पुलिस पदाधिकारीयो को हम भी जानते हैं। लेकिन आजतक आप दोनों को कभी नहीं देखा।
जिसके बाद दोनो आरोपितों ने डांट कर जाने के लिए बोला। वह बाइक स्टार्ट कर कलमबाग चौक की ओर निकल गया। युवक का कहना है कि उधर से लौटने के दौरान मोतीझील ओवर ब्रिज के नीचे और धर्मशाल चौक के पास उन्होंने देखा कि फिर से वो दोनों तीन-चार बाइक वाले को रोक कर उन्हें पुलिस का धौस दिखा धमका रहे हैं। जिसके बाद वो रुक गए। लेकिन शक होने पर दोनों वहां से भागने लगे।
जिसके बाद स्थानीय लोगो के सहयोग से दोनों को खदेड़ कर पकड़ा गया। दोनों को पिटाई के बाद नगर थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि दोनों शराब के नशे में भी थे। देर रात तक दोनों को थाने पर रख कर पूछताछ की जा रही थी।
पहले भी हुई है ठगी
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी तरह से क्राइम ब्रांच और सीआईडी का पदाधिकारी बनकर बीते साल 2024 में मोतीझील और बालूघाट बांध पर एक व्यसायी समेत दो लोगों से आभूषण की ठगी की गई थी। इस ठगी में एक पूर्व जिला पार्षद के पति भी शामिल थे। दोनो मामलों में सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद आज तक किसी भी शातिर की गिरफ्तारी नही हो सकी है।