भृष्टाचार की नींव में खड़ा रेलवे अंडरब्रिज हुआ धराशायी, टला बड़ा हादसा
बाँदा। बाँदा जनपद में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा से बनाया गया रेलवे अंडर ब्रिज अचानक देखते ही देखते धराशाई हो गया।
गनीमत यह रही की वहां मौजूद राहगीर अंडर ब्रिज को गिरने के पहले ही भांप गए और वहां से निकलने वाले अन्य लोगों को भी आवाज लगाकर रोका। जिसके चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
उत्तर प्रदेश सरकार भले ही लाख जीरो टॉलरेंसी की बात करती हो लेकिन जमीनी हकीकत यही है की भाजपा सरकार के हुक्मरान बेलगाम है और भ्रष्टाचार में पूर्णतया लिप्त हैं जिसके चलते लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है।
आपको बता दें यह पूरा मामला मटौंध थाना अंतर्गत भूरागढ़ रेलवे क्रॉसिंग का है जहां लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भाजपा सरकार ने अंडर ब्रिज का निर्माण कराया था।
यह निर्माण रेलवे प्रशासन की देखरेख में कराया गया था। एक अंडर ब्रिज बनने की लागत लगभग 2 करोड रुपए से भी ज्यादा है यह अंडर ब्रिज भ्रष्टाचार की नींव में बनाए गए थे। जिसके चलते अंडर ब्रिज धराशाई हो गया।
आपको बताते चलें कि भ्रष्टाचार से बने इस अंडर ब्रिज की खबर बीते कुछ दिनों पहले वॉइस आफ बुंदेलखंड ने प्राथमिकता से चलाई थी और भ्रष्टाचार के हर पहलू दिखाए गए थे पर बेलगाम अधिकारियों ने यह सब देख कर भी अनदेखा कर दिया और ना ही कोई जांच कराई गई और ना ही मामले को गंभीरता से लिया।
जिसके कारण यह हादसा हो गया। ऐसे ही जनपद के शहर कोतवाली अंतर्गत क्योटरा रेलवे क्रॉसिंग में बना अंडर ब्रिज भी हादसे को दावत दे रहा है। इस अंडर ब्रिज में भी पानी रिश्ता है जो कि कभी भी धरासायी हो सकता है।
इस घटना के बाद अब शायद जिला प्रशासन जागे और क्योटरा में बना रेलवे अंडर ब्रिज की जांच करें और उसे मरम्मत कर सुरक्षित मजबूत अंडर ब्रिज बनाया जाए।
कहीं ना कहीं इस हादसे के जिम्मेदार बांदा के डीएम भी हैं जिन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अब देखने वाली बात यह होगी की इस मामले पर भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई होती है या मामले को दबा दिया जाता है।