डीएपी पर किसानों के बचेंगे 75.60 करोड़

बांदा,संवाददाता। डीएपी (डाई अमोनियम फास्फेट) खाद में 50 फीसदी छूट से चित्रकूटधाम मंडल के किसानों को 75.60 करोड़ रुपये की बचत होगी। 2400 रुपये प्रति बोरी के स्थान पर किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी काटकर कुल 1200 रुपये ही चुकाने होंगे।

कोरोना काल में सारे कामकाज ठप हो जाने पर आर्थिक तंगी झेल रहे किसान खरीफ फसल की बुआई से पहले खाद के दामों में कटौती से राहत महसूस कर रहे हैं। हालांकि, यूरिया के दामों में कोई कमी नहीं की गई। चित्रकूटधाम मंडल में डीएपी का लक्ष्य 31,500 मीट्रिक टन (6.30 लाख बोरी) निर्धारित किया गया है।

रबी सीजन खत्म होने के बाद अब मंडल के किसानों ने खरीफ फसल की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसके मद्देनजर चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों हमीरपुर, बांदा, महोबा और चित्रकूट में डीएपी और यूरिया खाद का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।

कृषि विभाग के मुताबिक, चारों जिलों में खरीफ फसल का लक्ष्य लगभग 5 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। खरीफ फसल बुआई के साथ ही डीएपी और यूरिया खाद का लक्ष्य भी तय हो गया। चित्रकूटधाम मंडल में प्रति बोरी 6 लाख 30 हजार डीएपी और 7 लाख 60 हजार यूरिया खाद की खपत का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

उधर, डीएपी के दामों में 50 फीसदी छूट से किसानों को अब 1200 रुपये में खाद (50 किलोग्राम) की बोरी मिलेगी। इसके पूर्व डीएपी खाद में किसानों को 30 फीसदी सब्सिडी मिलती थी। इसी माह केंद्र सरकार ने 20 फीसदी सब्सिडी और बढ़ाकर 50 फीसदी छूट दे दी।

2400 रुपये के बजाए अब 1200 रुपये की दर से 6.30 लाख खाद की बोरी की बिक्री पर चित्रकूटधाम मंडल के किसानों को 75 करोड़ 60 लाख रुपये की बचत होगी। बांदा में 13 हजार मीट्रिक टन, चित्रकूट में 6000, हमीरपुर में 9000 और महोबा में 3500 मीट्रिक टन डीएपी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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