शनिवार से शुरू होंगी स्थगित स्वास्थ्य सेवाएं

  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बैठक कर एमओआईसी को दिए निर्देश

  •  जनपद में कोरोना पॉजिटिव केस न होने की वजह से शुरू हो रहीं सेवाएं

  • प्रसव पूर्व देखभाल, टीकाकरण व एचबीएनसी की सेवाएं बहाल होंगी

हमीरपुर। कोरोना से जंग के बीच स्थगित की गई मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण और परिवार नियोजन से जुड़ी सेवाएं शनिवार से पुन: बहाल हो जाएंगी। दरअसल जनपद में अभी तक कोरोना पॉजिटिव एक भी केस न मिलने की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने इन सेवाओं को बहाल करने की तैयारी शुरू की है। इस संबंध में शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 आर के सचान की अध्यक्षता में सभी सीएचसी/पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ बैठक हुई। जिसमें यह दिशा-निर्देश दिए गए।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनमानस का स्वास्थ्य विभाग के प्रति विश्वास बनाए रखना और समुदाय में आवश्यक मातृ.शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण और परिवार नियोजन की सेवाएं मुहैया कराना भी बहुत ही जरूरी हैं। उक्त सेवाएं कोविड-19 को देखते हुए स्थगित करनी पड़ीं थीं, लेकिन अब सामान्य स्थिति वाले स्थानों पर बहाल किए जाने के निर्देश मिले हैं। प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं मिला है, उनमें हमीरपुर भी है।
सीएमओ ने ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस, वीएचएनडी के आयोजन को लेकर भी कई जरूरी दिशा.निर्देश दिए हैं। सत्र आयोजन से पूर्व आशा कार्यकर्ता उन गर्भवती की सूची तैयार करेंगीए जिनमें कोरोना के कोई लक्षण जैसे-सर्दी, खांसी, बुखार और सांस फूलना आदि नजर आते हैं। यह सूची वह प्रभारी चिकित्साधिकारी को सत्र आयोजन से पहले मुहैया कराएंगी। इसके साथ ही सत्र के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने, साबुन से हाथ धोने और संक्रमण रोकथाम संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा।

बैठक में आरसीएच के नोडल डॉराम अवतार ने बताया कि सत्र के दौरान एएनएम द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को भी सैनेटाइजर से अच्छी तरह से विसंक्रमित करने के बाद ही इस्तेमाल किया जाए। वीएचएनडी सत्र के दौरान हाथ धुलने के लिए एक कार्नर बनाया जाएए जहां पर साबुन-पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धुलकर लाभार्थी और उनके देखभाल करने वाले अंदर आ सकें। एक समय पर चार से ज्यादा लाभार्थी स्थल पर न जुटने पाएं। इसके लिए उन्हें पहले से तय समय (टाइम स्लाट) पर ही आने को प्रेरित किया जाए। प्रत्येक लाभार्थी के टीकाकारण और किसी भी जांच से पहले एएनएम को सैनेटाइजर से हाथों को अच्छी तरह से साफ करने को कहा गया है। यदि किसी प्रथम पंक्ति कार्यकर्ता में इन्फ्लुएंजा यानि सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण नजर आएं तो उनको सत्र के दौरान ड्यूटी पर न बुलाया जाए। बैठक में एसीएमओ डॉआरके बल्लभ, महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ0 पी के सिंह सहित सभी एमओआईसी मौजूद रहे।

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