महिलाओं-किशोरियों को दिए कुपोषण से बचाव के टिप्स
हमीरपुर। राजकीय होम्योपैथिक जिला अस्पताल में शुक्रवार को पोषण माह के उपलक्ष्य में होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसका बड़ी संख्या में मरीजों ने लाभ उठाया।
इस मौके पर गर्भवती व किशोरियों को कुपोषण से होने वाले नुकसान के बारे में आगाह करते हुए उन्हें होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इसे दूर करने की सलाह दी गई।
जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ.आशारानी ने शिविर में आने वाली गर्भवती को इस अवस्था में होने वाले कुपोषण से आगाह किया।
उन्होंने कहा कि खानपान का विशेष ख्याल रखें। अगर मां गर्भावस्था के दौरान एनीमिया या कुपोषण का शिकार होती है तो गर्भस्थ शिशु भी अस्वस्थ होगा और हमेशा बीमारियों से जूझना होगा।
उन्होंने शिविर में किशोरियों को भी खानपान के साथ ही साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि माहवारी के दौरान साफ-सफाई का खास ख्याल रखें।
इस मौके पर महिलाओं व किशोरियों को आयरन, कैल्शियम व लक्षणों के अनुसार अन्य होम्योपैथिक दवाओं का वितरण किया गया।शिविर में डॉ.राहुल अस्थाना ने इस मौसम में फैले वायरल और डेंगू बुखार से बचाव के जरूरी टिप्स दिए।
डॉ.बृजेश कुमार कुशवाहा ने भी मरीजों का परीक्षण किया और दवाएं दी। कैंप में फार्मासिस्ट रामकिशुन व आनंद द्विवेदी ने भी सहयोग किया। कैंप में करीब 80 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराकर डॉक्टरों से परामर्श और दवाएं ली।
लाभार्थी दिखे संतुष्ट शहर के कांशीराम कॉलोनी निवासी गर्भवती ज्ञानवती, रमेड़ी मोहल्ले की किशोरी सुमन और यमुना घाट की रंजना निषाद आदि ने बताया कि शिविर की जानकारी मिलने पर यहां आए थे। सभी की अलग-अलग समस्या थी।
उन्हें डॉक्टरों ने परामर्श के साथ ही दवाएं दी हैं। वह शुरू से ही होम्योपैथी पद्धति को अपनाती रही हैं। इसलिए इसी पद्धति से उपचार कराती हैं। इससे बीमारी हमेशा के लिए दूर हो जाती है।