मौसम बदलते ही फैलने लगीं बीमारियां
बांदा,संवाददाता। मौसम में बदलाव के साथ बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। खासकर डायरिया, बुखार और पेटदर्द के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी के मरीजों में 20 फीसदी उल्टी-दस्त और पेट दर्द के रोगी हैं। 10 से 15 फीसदी मरीज बुुखार के हैं। इनमें अधिकांश संख्या बच्चों और बुजुर्गों की है।
चार जून से शुरू हुई ओपीडी में अब मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। इसकी खास वजह मौसम में बदलाव है। जिला अस्पताल में रोजाना 500 से 600 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें 100 से 150 मरीज उल्टी-दस्त और पेट दर्द के बताए गए हैं। बुखार के 70-80 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
इनकी खून और कोरोना जांच भी कराई जा रही है। इसी तरह ट्रामा सेंटर में रोजाना करीब दो सौ मरीज आ रहे हैं। इनमें लगभग 30 मरीज डायरिया और 50 से अधिक मरीज बुखार के आ रहे हैं। शेष अन्य मर्ज के रोगी हैं। गंभीर रोगियों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
मामूली बीमारों को दवा देकर घर भेज दिया जाता है। पिछले 24 घंटों में डायरिया के संदीप (13) क्योटरा, अनिल (23) बंगालीपुरा, जोरावर (65) पलरा, कुसुमा (55) जमालपुर, जाधव (32) महोखर, दीपेंद्र (15) हरदौली, सियाराम (70) जरोहरा आदि इलाज के लिए अस्पताल लाए गए।
जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर के चिकित्साधीक्षक डॉ. विनीत सचान ने बताया कि मौसम में बदलाव से डायरिया, पेट दर्द और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। इनमें बच्चों और बुुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। बच्चों को रोगों से बचाने में अभिभावक सावधानी बरतें। बुखार और दस्त होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। बासी भोजन से परहेज करें।
भोजन आदि ढांककर रखें। पानी उबालकर पीयें। ज्यादा देर से कटे फल आदि का सेवन न करें। उन्होंने यह भी नसीहत दी कि कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के लिए सभी पूरी सावधानी बरतें। बगैर मास्क के अस्पताल न आएं। प्रत्येक मरीज आपसी दूरी का भी पालन करें।