अपतटीय पवन ऊर्जा के दोहन के लिए केंद्र का बड़ा कदम, वैश्विक फर्म को किया आमंत्रित

दिल्ली : समुद्र में पवन ऊर्जा की क्षमता का दोहन करने की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने तमिलनाडु के मन्नार की खाड़ी में तीन स्थानों पर वैश्विक फर्म से फ्लोटिंग बॉयज के ऊपर रिमोट सेंसिंग सेंसर लगाने को कहा है. यह कदम भारत के जलवायु परिवर्तन की दिशा में क्रियान्वयन लक्ष्य के अनुरूप है. इस कदम से केंद्र को अपतटीय पवन ऊर्जा क्षमता का आकलन करने में मदद मिलेगी. भारत में तट पर स्थिति सभी तरह के पवन ऊर्जा परियोजनाओं की कमी है. इस कारण सबसे चुनौतीपूर्ण मन्नार की खाड़ी में अपतटीय पवन ऊर्जा की संभावनाओं पर ध्यान दिया जा रहा है. अपतटीय क्षेत्रों में इस तकनीकी के अभ्यास के लिए रक्षा मंत्रालय ने भी मंजूरी दे दी है.

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान ने पहले ही तीन Zephir LiDAR 300M सेंसर खरीदे हैं, जो मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान सेंसर के साथ एकीकृत फ्लोटिंग बॉयज पर लगाए जाएंगे. न्यूज 18 को मिले दस्तावेज में कहा गया है कि फ्लोटिंग LiDAR से एकत्र किए गए डेटा का उपयोग पवन ऊर्जा क्षमता के आकलन और सत्यापन के लिए किया जाएगा, जो मौसम विज्ञान विभाग और समुद्र विज्ञान विभाग द्वारा डिजाइन किए गए मानदंडों के अनुरूप है.
जहां पर फ्लोटिंग LiDARs स्थापित किए जाएंगे वहां अक्षांश और देशांतर के साथ सटीक स्थानों को स्पष्टीकृत करने के लिए परियोजना का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. तीनों फ्लोटिंग बॉयज को विभिन्न जगहों पर 28 मीटर, 40 मीटर और 51 मीटर की अलग-अलग गहराई पर स्थापित किया जाएगा.

दस्तावेज के मुताबिक अपतटीय पवन ऊर्जा के स्रोतों की विशेषताओं को रेखांकित करने के लिए विंड प्रोफाइलिंग LiDAR (Light, detection and ranging) का विभिन्न ऊंचाइयों पर इस्तेमाल करते हुए वायु और समुद्र की सतह के तापमान, लहर, समुद्र की गति और दिशाओं, लहरों की ऊंचाई और दिशाओं को मापना है. यह परियोजना चुनौतीपूर्ण हो सकती है क्योंकि तमिलनाडु से दूर मन्नार की खाड़ी में 1.5 मीटर की ज्वार सीमा के साथ लहरों की ऊंचाई 6 मीटर की अधिकतम ऊंचाई को पार कर जाती है जबकि धारा (करेंट) की गति मन्नार की खाड़ी में 1 मीटर/प्रति सेकंड अनुमानित है.

चयनित जगहों पर फ्लोटिंग LiDAR लग जाने के बाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विंड एनर्जी स्थित सर्वर को एक साल तक डेटा स्ट्रीमिंग की सुविधा मिल जाएगी. विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए इस तरह का सटीक डाटा अंततः अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं. फ्लोटिंग बॉयज एक ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन पैकेज है जिसमें हवा की गति, हवा की दिशा, सौर विकिरण हवा का तापमान, हवा का दबाव, आर्द्रता और समुद्र संबंधी सेंसर जैसे पर्यावरणीय मापदंडों को मापा जाएगा.

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