देश छोड़कर भारत आने के बाद शेख हसीना ने किए कई खुलासे, कहा- मुझे मारने की साजिश रची गई थी….
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना देश छोड़कर भारत आने के बाद कई खुलासे कर चुकी हैं। इस बीच हसीना ने नया दावा किया है। उन्होंने कहा कि जब वो बांग्लादेश में थी, तो उन्हें मारने की साजिश रची गई थी। यहां तक की उनकी छोटी बहन शेख रेहाना को भी निशाना बनाने की कोशिश हुई थी।
20-25 मिनट के अंतर से बची
शुक्रवार देर रात बांग्लादेश अवामी लीग के फेसबुक पेज पर शेयर किए गए ऑडियो संदेश में हसीना ने ये खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी बहन बस 20-25 मिनट के अंतर से बच गईं। बता दें कि पिछले साल बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के चलते 600 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यहां तक की भीड़ शेख हसीना के घर तक घुस गई थी।
मुझे मारने की साजिश रची गई
हसीना ने अपने संदेश में दावा किया कि अगर वो देश न छोड़ती तो उन्हें मार दिया जाता। उन्होंने कहा कि मुझे और मेरी बहन को मारने की साजिश रची गई थी।
उन्होंने कहा कि 21 अगस्त की हत्याओं और कोटलीपारा में बम हमले से बचना…केवल अल्लाह की मर्जी से हुआ। उन्होंने कहा कि मुझे अल्लाह ने बचाया ताकि मैं कुछ और कर सकूं। हालांकि, मुझे अपने देश और अपने ही घर से दूर रहना पड़ रहा है।
शेख हसीना पर पहले भी हो चुके वार
शेख हसीना ने बताया कि यह पहली बार नहीं है कि उनकी हत्या की साजिश रची गई। 21 अगस्त 2004 को ढाका में आतंकवाद विरोधी रैली के दौरान हसीना को निशाना बनाकर ग्रेनेड हमला किया गया था, जिसमें 24 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हसीना मामूली चोटों के साथ बाल-बाल बच गईं।
इसी तरह 2000 में कोटालीपारा में एक 76 किलोग्राम का बम बरामद किया गया था, जहां उन्हें एक रैली को संबोधित करना था।
हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हो चुके जारी
गौरतलब है कि बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना के 15 साल के शासन के दौरान कथित रूप से लोगों के गायब होने के लिए उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, जिसमें अभियोजकों ने उनके प्रशासन पर 500 से अधिक व्यक्तियों का अपहरण करने का आरोप लगाया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए न्याय का सामना करना चाहिए।