शहीदों के परिवार को मिलने वाली सहायता राशि बढ़ाई गई
दिल्लीः देश में शहीदों के परिवार को मिलने वाली सहायता राशि में इजाफा किया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “जोखिम कोष से वित्तीय सहायता के तहत कार्रवाई में शहीद हुए जवानों की राशि 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 30 लाख रुपए कर दी गई। साथ ही अन्य सभी मामलों के शहीदों के लिए सहायता राशि 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी गई है।”
डीजी सीआरपीएफ कुलदीप सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि स्थिति हाथ से निकल गई है। धारा 370 हटने के बाद पथराव की घटनाएं लगभग शून्य हो चुकी हैं। विदेशी आतंकियों की घुसपैठ और हमलों में कमी आई है। सिंह ने यह भी बताया कि पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान सीआरपीएफ की ओर से कुल 41 वीआईपी को सुरक्षा कवच मुहैया कराया गया था। चुनाव के बाद 27 सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा वापस ले ली गई है।
कुलदीप सिंह ने कहा, “CRPF ने जम्मू-कश्मीर में 175 आतंकवादियों को मार गिराया है और 1 मार्च, 2021 से 16 मार्च, 2022 तक 183 को पकड़ा है। इस अवधि के दौरान बल ने वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित राज्यों में विभिन्न अभियानों में 19 नक्सलियों को मार गिराया और 699 को गिरफ्तार किया है।”
सरकार ने बीते सोमवार को बताया कि पिछले पांच वर्ष में आतंकवादी हमलों व आतंकवाद विरोधी अभियानों में 156 सेनाकर्मियों व तीन वायुसेना कर्मी शहीद हो गए। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2017 में आतंकवादी हमलों व आतंकवाद विरोधी अभियानों में भारतीय थल सेना के 40 कर्मियों की जान गई, जिनकी संख्या 2018 में बढ़कर 47 हो गई।
अजय भट्ट ने कहा कि ऐसे अभियानों में 2019 में शहीद होने वाले सैन्यकर्मियों की संख्या 27, 2020 में 23 और 2021 में 19 थी। उन्होंने कहा कि 2022 में अभी तक ऐसी घटनाओं में किसी सैन्यकर्मी की जान नहीं गई। भट्ट ने कहा कि इस तरह की घटना में 2017 में भारतीय वायुसेना के तीन कर्मी शहीद हो गए, जबकि 2022 में बल के दो कर्मी घायल हो गए।