गल्ला मंडी की नालियां जाम होने से उठ रही सड़ांध व्यापारी किसान परेशान
हैंडपंप खराब होने से पेयजल संकट गहराया
भरुआ सुमेरपुर। नवीन गल्ला मंडी में सफाई व्यवस्था धड़ाम होने से शुक्रवार को देर शाम हुई बारिश के बाद शनिवार को उठी सड़ांध से व्यापारी एवं पल्लेदार परेशान रहे. वहीं नवीन गल्ला मंडी प्रांगण में लगे हैंडपंपों के खराब होने तथा नलकूप ठप रहने से मंडी में पेयजल संकट व्याप्त है. गेहूं बेचने के लिए केंद्र में आने वाले किसान पानी के लिए परेशान रहते हैं.
नवीन गल्ला मंडी में साफ-सफाई का बुरा हाल है. नियमित रूप से सफाई न होने से मंडी के अंदर की सभी नालियां कचरे से पटी पड़ी हैं. जरा सी बारिश होने पर नालियों में एकत्र होने वाला पानी सडांध पैदा कर देता है. गल्ला तिलहन व्यापार संघ के उपाध्यक्ष श्याम बाबू पांडे, उमाकांत गुप्ता, विपिन गुप्ता, कुंज बिहारी पांडे आदि आढतियों ने बताया कि शुक्रवार को देर शाम कस्बे में हुई बारिश के बाद शनिवार को उठी सडांध से मंडी में पल भर रुकना मुश्किल हो गया.
व्यापारियों ने बताया कि वीकेंड लॉकडाउन के कारण शनिवार रविवार को मंडी पूर्णतया बंद थी. बंदी के दौरान ढेर ढाला के लिए पल्लेदारों को बुलाया गया था ताकि बाहर जाने वाले माल को तैयार कराया जा सके. परंतु मंडी में उठ रही सड़ांध के कारण वहां रुकना दूभर हो गया.
आढतियों ने बताया कि गंदगी के अलावा मंडी में पेयजल का भीषण संकट है. मंडी परिसर में लगे सभी हैंडपंप खराब पड़े है. जलापूर्ति के लिए बनी टंकी का नलकूप हमेशा बंद रहता है.
इस वजह से यहां जलापूर्ति नहीं होती है. व्यापारी प्यास बुझाने के लिए पानी घरों से लाने को मजबूर है लेकिन बाहर से आने के कारण किसान परेशान रहते हैं. किसानों को मंडी मे पानी खरीदकर प्यास बुझाने को मजबूर होना पड़ता है.
मंडी सचिव रामसेवक वर्मा ने बताया कि बरसात के पूर्व सफाई ठेकेदार को नालियों की साफ-सफाई के लिए निर्देशित किया गया था. हैंडपंपों की मरम्मत के लिए मंडी प्रशासन को पत्राचार किया गया है. समर्सिबल पंप चलाकर जल आपूर्ति कराई जाती है. जल्द ही हैंडपंप ठीक हो जाएंगे. वाटर लेवल गिरने से समस्या उत्पन्न हुई है. जिसका समाधान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।