कोरोना संकट के बीच कटौती का कहर
बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीण हलाकान
सुमेरपुर। बिजली की अघोषित कटौती से सुमेरपुर कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों का उपभोक्ता परेशान हैं। शासन की मंशा के अनुरूप विद्युत आपूर्ति न होने पर उपभोक्ताओं में आक्रोश पनप रहा है। वही रमजान माह की तैयारियों में विपरीत असर पड़ा है। लाक डाउन की अवधि में प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री ने निर्बाध रूप से आपूर्ति देने के आदेश कर रखे हैं। इसके बाद भी सुमेरपुर कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अंधाधुंध कटौती की जा रही है।
कस्बे में जहां कई कई घंटे बिजली गुल हो रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो दिन में बिजली के दर्शन नहीं होते हैं। इससे लोग दूरदर्शन पर रामायण व महाभारत जैसे ऐतिहासिक सीरियल भी नहीं देख पा रहे हैं। इससे लोगों में बिजली विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है।
इंगोहटा के उपभोक्ता जय किशोर दीक्षित, बिदोखर पुरई के अमर सिंह, बिदोखर मेदनी के राजू मिश्रा, मवई जार के श्यामलाल विश्वकर्मा आदि तमाम लोगों ने बताया कि गांव में सुबह से नदारद बिजली के दर्शन शाम को 7 बजे होते हैं। ऐसे मे लोग पूरे दिन बिजली न होने से गर्मी में बिलबिलाते रहते हैं। पलरा, नदेहरा, इंगोहटा, चंद्रपुरवा आदि गांव के अल्पसंख्यक बस्तियों के वासियों ने बताया कि रमजान माह में बिजली गुल रहने से तैयारियों में व्यवधान पैदा हो रहा है।
विद्युत वितरण खंड के अवर अभियंता रविंद्र कुमार साहू ने बताया कि सुबह 10 बजे से 12 बजे तथा शाम को 1 घंटे की कटौती ऊपर से की जा रही है। शेष समय वह आपूर्ति देने का प्रयास करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे दिन बिजली न रहने पर वह कोई जवाब नहीं दे सके और तमाम तरह की बहानेबाजी करते हुए कहा कि वह आपूर्ति ठीक कराने का प्रयास करेंगे।
संतोष चक्रवर्ती।