रेलवे अंडर ब्रिज का टनल गिरने से अवरुद्ध मार्ग को, खोलने को ग्रामीणों ने लगाया जाम
बांदा। एक सप्ताह पहले बारिश के कारण रेलवे अंडर ब्रिज का टनल गिर जाने से आधा दर्जन से ज्यादा से गांवों का मार्ग बंद हो गया है और अभी तक मरम्मत का काम शुरू न होने से नाराज ग्रामीणों ने आज जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
सड़क में जाम लगाए जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर, सीओ सिटी और रेलवे के अधिकारियों ने उत्तेजित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया तब जाकर जाम खुल सका। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि शीघ्र ही इस मार्ग को खोला जाएगा।
बताते चलें कि मटौंध भूरागढ़ पुलिस चौकी के समीप अण्डर ब्रिज-452 का निर्माण चार वर्ष पूर्व हुआ था। घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल के कारण ही एक सप्ताह पूर्व बारिश के दौरान उसकी दीवारें ध्वस्त हो गईं।
जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। यहां से ग्राम दुरेड़ी, करछा, इटवां, लोहरा, दौलतपुर, काशीपुर आदि के ग्रामीणों का आना-जाना होता है।
इसके अलावा दुरेड़ी ग्राम में स्थित नवोदय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, एसएम मान्टेसरी स्कूल तथा एक दर्जन प्राथमिक व इतने ही जूनियर स्कूल के छात्रों का आना-जाना होता है।
नवोदय विद्यालय में कक्षा छह से बारह तक के सैकड़ों बच्चे हास्टल में रहते हैं। उनके भोजन, दूध व अन्य सामग्री के लिए बांदा आना-जाना पड़ता है। कोई अन्य मार्ग भी नहीं है। ऐसे में उनके जीवन को खतरा हो सकता है।
उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश को जोड़ने वाली यह सड़क उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश की जीवनरेखा है। अण्डर ब्रिज बन्द होने से जिन्दगी थम सी गई है।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे नाराज ग्रामीणों ने आज जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
इस बीच इस सम्बन्ध में राज्यसभा सांसद विश्वम्भर प्रसाद निषाद ने रेलमंत्री को पत्र भेजकर अण्डर ब्रिज की मरम्मत कराकर इसे अतिशीघ्र चालू कराने की मांग की।