हमीरपुर: इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में होने से बदला कोड खाताधारक परेशान
धन निकासी न होने से लोग हो रहे परेशान
भरुआ सुमेरपुर। इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय होने के बाद सभी तरह के कोड बदल जाने से खाताधारकों को धन आहरण में समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. बैंक में दिनभर ग्राहकों का तांता लगा रहता है. बैंक मैनेजर का कहना है विलय के बाद तकनीकी समस्या उत्पन्न हो रही है. इस वजह से खाताधारकों को परेशानी हो रही है.
इलाहाबाद बैंक का विलय एक वर्ष पूर्व इंडियन बैंक में किया गया था. विलय होने के बाद लगभग 12 हजार खाते बंद हुए थे. इससे लोगों को तमाम परेशानियां हुई थी. अभी इस समस्या से कुछ दिन पूर्व ही छुटकारा मिला था. इसी बीच ब्रांच कोड, आईएफएससी कोड, एमआईसीआर कोड एवं ईमेल आईडी परिवर्तित हो जाने से खाताधारकों के समक्ष संकट खड़ा हो गया है.
कोड परिवर्तित हो जाने से आम खाता धारकों के साथ ग्राम पंचायतों का सारा लेन-देन ठप हो गया है. इस वजह से भूसा चारा के साथ चरवाहों एवं चौकीदारों का वेतन आदि भी नहीं निकल पा रहा है.
इससे कई पंचायतों में भूसा आदि का संकट खड़ा हो गया है. बैंक के खाता धारक रामस्वरूप, सीता देवी, माया देवी, विमला, शांती देवी, सुनीता, रामदास, राम भरोसे, दयाराम, अरविन्द, रामप्रकाश, मुनीर खान, रामरूप आदि आधा सैकड़ा खाताधारकों ने बताया कि खाते में धनराशि होने के बाद भी वह अपना पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं.
सुबह से लेकर शाम तक बैंक के बाहर बैठा कर कह दिया जाता है कि अभी सर्वर नहीं है. सर्वर आने पर अंदर बुलाया जाएगा. बैंक की इस कार्यप्रणाली से खाता धारक निराश है. शाखा प्रबंधक अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि यह समस्या बैंकों के विलय के चलते उत्पन्न हुई है.
तकनीकी समस्या के कारण धन निकासी में परेशानी आ रही है. समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. तकनीकी खामियां दूर की जा रही है. जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।