यूक्रेन में सीजफायर पर रूस-अमेरिका ने क्या बात की?

यूक्रेन में संघर्ष विराम को लेकर रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति की अहम बैठक पर दुनियाभर की नजर रही। बैठक के बाद दोनों राष्ट्रपतियों ने वार्ता को सकारात्मक बताया, लेकिन समझौते पर सहमति न बनने की बात भी कही। ऐसे में संघर्ष विराम को लेकर अनिश्चितता है। लेकिन इन तस्वीरों ने कुछ अहम संकेत दिए।

यूक्रेन में संघर्ष विराम को लेकर अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अहम बैठक हुई। बैठक के बाद दोनों राष्ट्रपतियों ने वार्ता को सकारात्मक बताया, लेकिन समझौते पर सहमति न बनने की बात भी कही। ऐसे में यह अनिश्चितता बनी हुई है कि यूक्रेन में संघर्ष विराम कब होगा? दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने अलास्का में क्या बात हुई, फिलहाल इस पर ठोस जानकारी नहीं मिली है, लेकिन मुलाकात के बाद सामने आई ट्रंप और पुतिन की तस्वीरों से कई अहम संकेत मिल रहे हैं? माना जा रहा है कि 2019 के बाद पहली बार हुई ट्रंप और पुतिन की मुलाकात से यूक्रेन में हालात बदल सकते हैं।

ट्रंप का शक्ति प्रदर्शन, पुतिन के सिर के ऊपर से गुजरे बी-2 बॉम्बर
अलास्का में बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन को अपने शक्ति प्रदर्शन का अहसास कराया। पुतिन एंकरोज के एल्मेडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य बेस पर जब ट्रंप से मिल रहे थे तो उनके सिर के ऊपर से अमेरिकी लड़ाकू विमान बी-2 बॉम्बर गुजरे। इसके बाद पुतिन ने आसमान की ओर देखा। बी-2 बॉम्बर विमान हवाई सुरक्षा में प्रवेश करने तथा कठोर लक्ष्यों पर सटीक हमला करने में सक्षम है। अमेरिका ने ईरान पर इसी लड़ाकू विमान से हमला किया था।

पुतिन के लिए कालीन बिछाते नजर आए अमेरिकी सैनिक
ट्रंप ने जहां एक ओर पुतिन को अपनी शक्ति का अहसास कराया तो दूसरी ओर उनके स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ी। अलास्का एयरबेस पर पुतिन के लिए खास रेड कारपेट बिछाया गया था। ट्रंप ने यहां काफी देर पुतिन का इंतजार भी किया। इससे पहले जब पुतिन अपने विमान से उतरने वाले थे तो अमेरिकी सैनिक घुटने के बल बैठकर उनके लिए रेड कारपेट सही करते नजर आए। यूक्रेन की स्टेट एजेंसी फॉर रेस्टोरेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के पूर्व प्रमुख मुस्तफा नईम ने तस्वीर पोस्ट की और लिखा कि घुटने टेकने को फिर से महान बनाओ।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहुत कुछ साफ नहीं
बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें पुतिन ने एक समझौते की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे यूक्रेन में शांति आ सकती है, हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। वहीं ट्रंप ने कहा कि पुतिन के साथ बातचीत में काफी प्रगति हुई है। दोनों नेताओं ने पत्रकारों के सवालों के जवाब नहीं दिए।

‘ट्रंप राष्ट्रपति होते तो नहीं होता यूक्रेन युद्ध’
संयुक्त प्रेस वार्ता में पुतिन ने कहा कि ‘जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता तो मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। मुझे भी यकीन है कि ऐसा नहीं होता।’ पुतिन ने यह भी खुलासा किया कि ‘मैंने 2022 में पिछली अमेरिकी सरकार के साथ आखिरी बातचीत में यह साफ तौर पर कहा था कि स्थिति को प्वाइंट ऑफ नो रिटर्न यानी युद्ध की ओर नहीं ले जाना चाहिए। मैंने तब सीधे तौर पर कहा था कि ऐसा करना बहुत बड़ी गलती होगी।’

ट्रंप ने वार्ता को दिए 10 में से 10 अंक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वार्ता को बहुत अच्छा बताया। उन्होंने वार्ता को 10 में से 10 अंक दिए। एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि यह मुलाकात बहुत गर्मजोशी भरी रही। पुतिन एक मज़बूत इंसान हैं, वह इन सब मामलों में बेहद सख़्त हैं, लेकिन यह मुलाकात दो बेहद अहम देशों के बीच बहुत गर्मजोशी भरी रही। मुझे लगता है कि हम समझौते के काफी करीब हैं। अब देखिए, यूक्रेन को इसके लिए राजी होना ही होगा। अगर दोनों पक्ष राजी हो जाते हैं तो दोनों देश हर सप्ताह हजारों मौतों को रोक सकते हैं।

पुतिन को सौंपा मेलानिया का पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप का पत्र सौंपा। इसमें यूक्रेन और रूस में बच्चों की दुर्दशा का मुद्दा उठाया गया था। उनके पत्र में युद्ध के दौरान बच्चों के अपहरण का उल्लेख था।

पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष के लिए ट्रंप के प्रयास को सराहा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम देख सकते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी सरकार यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले की जड़ों को समझने की कोशिश की है, जो हमारे लिए अहम है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की स्थिति रूस की सुरक्षा के लिए एक मूलभूत खतरा बन गई है। लेकिन अगर युद्ध को स्थायी रूप से खत्म करना है तो संघर्ष के मूल कारणों को दूर करना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि हम कई बार कह चुके हैं कि रूस की वैध सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए और यूरोप तथा पूरी दुनिया में सुरक्षा का एक न्यायसंगत संतुलन बहाल किया जाना चाहिए। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुतिन ने संकेतों में ट्रंप को रूस आने का न्यौता भी दिया।

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