‘ऐसा लगा हम मर गए’, इरफान पठान ने याद किया वो दिन जब टीम इंडिया का सांस लेना हो गया था मुश्किल

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने उस मंजर को याद किया है जिसे सोचकर आज भी भारतीय क्रिकेट फैंस कांप जाते हैं। इरफान ने बताया है कि उस दिन टीम इंडिया के खिलाड़ियों को देख ऐसा लग रहा था कि मानो किसी के अंदर जान नहीं है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने अपने करियर के उस दिन को याद किया है जब पूरा भारतीय क्रिकेट सदमे में था। इसे भारतीय क्रिकेट के काले अध्याय के तौर पर गिना जाता है। इरफान ने बताया है कि उस दिन पूरी टीम को देख ऐसा लग रहा था कि ये मर गई है।
इरफान पठान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है कि जब टीम इंडिया साल 2007 में वेस्टइंडीज में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के पहले ही दौर से बाहर हो गई थी तब पूरी टीम सदमे में थी। ये इरफान का पहला वनडे वर्ल्ड कप था। उन्होंने इस बात को कबूल किया है कि उस दौरान हर कोई हैरान था कि ये हो क्या गया है।
सदमे में थे खिलाड़ी
टीम इंडिया सौरव गांगुली की कप्तानी में साल 2003 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में उप-विजेता रही थी। 2007 में उम्मीद थी कि जो काम गांगुली की कप्तानी में नहीं हुआ था वो इस बार राहुल द्रविड़ की कप्तानी में हो जाएगा। हालांकि, भारत के अरमान टूट गए। बांग्लादेश और श्रीलंका के हाथों मात खाने के बाद भारत वर्ल्ड कप के पहले ही दौर से बाहर हो गया था।
इरफान ने इस वर्ल्ड कप को लेकप लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में कहा, “हम दो दिन पहले होटल में थे। ऐसा लगा के हम मर गए। हर कोई यही महसूस कर रहा था। हम सभी काफी दुखी थे। हर कोई हैरान था।”
टी20 वर्ल्ड कप किया नाम
इस हार के जख्म से भारत को राहत कुछ महीनों बाद मिली। साल 2007 में ही भारत ने एमएस धोनी की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। इस टीम का हिस्सा इरफान भी थे। हालांकि, वनडे वर्ल्ड कप में से बाहर हो जाने का दर्द भारतीय टीम और फैंस को अभी भी है।