रूस और यूक्रेन ने रिहा किए 84-84 कैदी, ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से एक दिन पहले हुई अदला-बदली

रूस और यूक्रेन ने 84-84 कैदियों की अदला-बदली की है। बंदियों की यह अदला-बदली रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में शुक्रवार को होने वाली मुलाकात से ठीक एक दिन पहले हुई है। अदला-बदली किए गए लोगों में सैन्यकर्मी और नागरिक दोनों शामिल हैं।
रूस और यूक्रेन ने बृहस्पतिवार (स्थानीय समयानुसार) को आपस में 84-84 कैदियों की अदला-बदली की। दोनों पक्षों ने बताया कि यह अदला-बदली की शृंखला में नवीनतम है। इस साल अदला-बदली के तहत अब तक सैकड़ों युद्धबंदियों को रिहा किया जा चुका है। बंदियों की यह अदला-बदली रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में शुक्रवार को होने वाली मुलाकात से ठीक एक दिन पहले हुई है।
इस अदला-बदली में शामिल 29 वर्षीय यूक्रेनी नौसैनिक मायकीता कलिबेर्दा ने कहा, ‘मैं अपने देश लौट आया हूं। सच कहूं तो, मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा।’
कैदियों में सैन्यकर्मी और नागरिक दोनों शामिल
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा कि अदला-बदली किए गए कैदियों में सैन्यकर्मी और नागरिक दोनों शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ को रूस ने 2014, 2016 और 2017 से कैद में रखा था। जेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल शहर की रक्षा करने वाले सैनिक भी इस अदला-बदली का हिस्सा हैं। यह वही बंदरगाह शहर है, जिसे 2022 में लगभग तीन महीने की घेराबंदी के बाद रूस ने कब्जे में ले लिया था।
मारियुपोल में लड़ने वाले एक सैनिक की मां तेतियाना तुर्कमान ने कहा कि मेरा बेटा तीन साल, चार महीने और दो दिन तक कैद में रहा। शुक्र है, हम उसका इंतजार कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें लग रहा था कि उनका बेटा रिहा हो जाएगा। एक और महिला अनास्तासिया, जो अपने पति आर्थर इवानिक के इंतजार में कई बार अदला-बदली कार्यक्रम में गईं, ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं कितनी बार इस आदान-प्रदान कार्यक्रम में गई हूं, इस उम्मीद में कि मेरे पति वहां होंगे। उन्होंने कहा कि आखिरकार वो घर आ रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात ने की अदला-बदली में मध्यस्थता
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अदला-बदली में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने मध्यस्थता की। रिहा हुए रूसी सैनिकों को मनोवैज्ञानिक और मेडिकल मदद दी जा रही है। मई और जुलाई के बीच इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच तीन दौर की शांति वार्ता हुई, जिसका सबसे बड़ा नतीजा कैदियों की बड़े पैमाने पर अदला-बदली रहा है।
1200-1200 युद्धबंदियों की रिहाई पर सहमत हुए रूस-यूक्रेन
पिछले महीने, रूस और यूक्रेन ने 1,200-1,200 युद्धबंदियों को रिहा करने पर सहमति जताई थी। एक रूसी वार्ताकार ने कहा कि रूस ने यूक्रेन को 3,000 मारे गए सैनिकों के शव लौटाने की पेशकश की है।