Paneer vs Soya vs Tofu: किसमें होता है सबसे ज्यादा प्रोटीन

प्रोटीन से भरपूर सोया पनीर और टोफू हेल्दी रहने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। सोया में लगभग 36 ग्राम प्रोटीन होता है जबकि पनीर में 18-20 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। टोफू में प्रोटीन की मात्रा थोड़ी कम होती है। तीनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वेट लॉस के लिए किसे डाइट में शामिल करना बेहतर रहेगा?
हेल्दी रहने के लिए लोग अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीजों को शामिल करते हैं। प्रोटीन मसल्स को मजबूत रखने, एनर्जी देने और लंबे समय तक पेट को भरा रखने में मदद करता है। जब बात वेज खाने की आती है तो सोया, पनीर और टोफू तीन ऐसे नाम हैं, जिनका जिक्र सबसे पहले होता है। तीनों ही प्रोटीन का बढ़िया सोर्स हैं। हेल्थ कॉन्शियस लोग इन्हें अपनी डाइट में अलग-अलग तरीके से शामिल करते हैं।
लेकिन सवाल ये है कि इनमें से किसमें सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है? कई लोग सोया को बेहतर मानते हैं, तो कुछ को पनीर ज्यादा हेल्दी लगता है, वहीं कुछ टोफू को फिटनेस डाइट का सबसे अहम हिस्सा बताते हैं। तो आखिर क्या ज्यादा बेहतर होता है? हम आपकी इस कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए आपकाे विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। साथ ही ये भी बताएंगे कि वजन कम करने के लिए किसे खाना ज्यादा सही रहेगा। आइए जानते हैं-
पनीर खाने के फायदे
पनीर में कैल्शियम और प्रोटीन दोनों ही भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इससे जोड़ों के दर्द से भी आराम मिलता है।
मसल्स को मजबूत बनाने के लिए पनीर खाया जाता है। इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है।
हाई क्वालिटी प्रोटीन होने के कारण पनीर हमारी स्किन और बालों को भी हेल्दी रखता है।
पनीर खाने से वजन कम करना आसान हो जाता है।
ये पोषण और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसे खाने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है।
पनीर में पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम भी मौजूद होता है। ये बीपी के लेवल को मेंटेन करने में मददगार है।
सोया खाने के फायदे
सोयाबीन में प्रोटीन का भंडार होता है। इससे मसल्स को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सोया वरदान माना जाता है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। इसे खाने से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस ठीक रहता है।
अगर आप रोजाना भिगोया हुआ सोयाबीन खाते हैं तो इससे दिल को भी सेहतमंद रखने में मदद मिलती है। सोयाबीन में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हार्ट को हेल्दी रखता है।
सोया खाने से शरीर को प्रोटीन मिलता है। वहीं इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट फैट बर्निंग प्रॉसेस को बढ़ावा देता है।
शरीर में बढ़े हुए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आप सोयाबीन खा सकते हैं।
रोजाना एक कप भिगोया सोयाबीन के बीज खाने से शरीर में ब्लड प्रेशर ठीक रहता है।
टोफू खाने के फायदे
टोफू भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है। इसके अलावा टोफू में सोडियम, पोटैशियम, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई जरूरी तत्व पाए जाते हैं। ये सभी सेहत को बेहतर बनाते हैं।
वजन कम करने वालाें के लिए ये एक बेहतरीन विकल्प है। क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत कम मात्रा में पाया जाता है।
टोफू में मौजूद प्रोटीन और बाकी तत्व हमारे दिल को भी सेहतमंद रखने का काम करते हैं।
टोफू में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर के खतरे को भी कम करते हैं।
इसे खाने से हमारी हड्डियां भी मजबूत होती हैं। क्योंकि इसमें प्रोटीन के अलावा कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
तीनों में से कौन ज्यादा फायदेमंद?
सोया, पनीर और टोफू तीनों ही प्रोटीन के बढ़िया सोर्स हैं, बस इनकी मात्रा में फर्क होता है। सोया में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। 100 ग्राम सोया में करीब 36 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके बाद पनीर आता है, जिसमें लगभग 18 से 20 ग्राम प्रोटीन होता है। टोफू में प्रोटीन की मात्रा थोड़ी कम होती है। अगर वेट लॉस की बात करें तो टोफू और सोया दोनों बेहतर हैं, क्योंकि इनमें फैट कम होता है और ये लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं। पनीर भी फायदेमंद है, लेकिन इसमें फैट और कैलोरी थोड़ी ज्यादा होती है।