यमुना और बेतवा ने किया विकराल रूप धारण, बाढ़ ने मचाई तबाही
हमीरपुर। यमुना और बेतवा नदियों में आई भयानक बाढ़ का पानी शहर के कई इलाकों में कई मकानों में जा घुसा मजबूरी में बाढ़ पीड़ित राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-34 में सड़क के किनारे अस्थाई सेंड का निर्माण कर रहे हैं। बाढ़ के पानी से इनकी घर गृहस्थी का सामान तहस-नहस हो गया बाढ़ पीड़ित के सामने भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं।
बाढ़ के चलते सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए। वही यमुना और बेतवा नदी ने किया रौद्र रूप धारण, खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना और बेतवा, आसपास के गांवो में बाढ़ का पानी भर गया है।
जैसे कि ब्रह्मा का डेरा जमुना घाट व बेतवा घाट व केसरिया का डेरा भोला का डेरा व डिग्गीन मेरापुर, जरैली मड़ैयन, कुछेछा सहित अन्य गांवों के निचले इलाको में पानी घुस जाने से पलायन करने को मजबूर है। वही कई गांवों की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई है।
यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर चल रहा है। वही बेतवा की बात करें तो 2.5 फिट खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
बाढ़ से हमीरपुर जनपद के कुंडोरा, उमरोली, केसरिया, जनपद के मंकीकला मनकी खुर्द, उमराहट, बरुआ बिलौटा, भोली, भटपुरा, जलाला, जमरेही ऊपर, जमरेही तीर, बचरोली, सिकरोड़ी, चंदूपुर, भिलवा, मेरापुर, केसरिया डेरा भोला का डेरा, ब्रम्हा का डेरा, मोराकांदर, चंदुलीतीर, अमिरिता, सूरजपुर, टिकरौली, बजेहटा, अतरौल्ी, चंडौत, बसरिया बुजुर्ग, चिकासी, बडेरा खालसा सहित आदि 90 गांव शामिल है।