छत्तीसगढ़ में 10 नक्सली ढेर, गृह मंत्री शाह ने कहा- लाल आतंक का खात्मा तय

गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में 10 नक्सलियों के खात्मे की सराहना की है। शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार 31 मार्च से पहले छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलियों को समय पर समर्पण कर देना चाहिए।
एक्स पर एक पोस्ट में शाह ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। एक करोड़ के इनामी बालकृष्ण का भी खात्मा हुआ है इसलिए बाकी बचे नक्सलियों को समय पर समर्पण कर देना चाहिए।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में साझा फोर्स ने कुल 10 नक्सलियों को मार गिराया। मैनपुर के जंगलों में हुई मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली मनोज मोडेम उर्फ बालकृष्ण भी मारा गया। 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली प्रमोद भी ढेर हुआ। रायपुर संभाग के आईजी अमरेश मिश्रा और गरियाबंद जिले के एसपी निखिल राखेचा ने मुठभेड़ की पुष्टि की।
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, मैनपुर के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर गरियाबंद ई-30, एसटीएफ और सीआरपीएफ की कोबरा टीम मौके पर पहुंची, जहां फोर्स और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ चलती रही। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद किये गये हैं। इनमें सात आटोमेटिक हथियार शामिल हैं। कई नक्सल सामग्री भी बरामद की गई है।
बताया जाता है कि एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली मनोज मोडेम उर्फ बालकृष्ण उर्फ भास्कर नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर था। वह ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव था। वह ओएससी और सीआरबी का भी सदस्य था। मैनपुर के आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों से बाहर न जाएं और फोर्स की हर तरह से मदद करें।
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हुई जब सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर सर्चिंग पर थे। इस अभियान में विशेष कार्य बल (एसटीएफ), कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई – कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) और अन्य राज्य पुलिस इकाइयों के जवान शामिल हैं। जमीनी स्तर से मिली जानकारी के अनुसार, कम से कम 10 नक्सली मारे गए हैं।