डग्गामार वाहनों पर मौत का सफर
बांदा,संवाददाता। वाहन चालकों की रौबदारी से बेखबर रहे आरटीओ की लापरवाही अभी से झलकने लगी है। बांदा में डग्गामार वाहनों में बेहिसाब सवारियां लादी जा रही हैं।
इन पर कार्रवाई करने की बजाय आरटीओ इससे पल्ला झाड़ने में लगे रहते हैं। इन डग्गामार वाहनों के चलते अक्सर जिले में सड़क हादसे होते रहते हैं, जिन्हें रोकने के लिए अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा सके।
पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के बाबूलाल चैराहे का है। जहां बेखौफ सवारी गाड़ी लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। गाड़ी के ऊपर छत पर लोग बैठ कर मौत का सफर कर रहे हैं।
अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। यूं तो कहने को आरटीओ दिखाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में तो तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है।
सुबह 3 से 4 के बीच इसी तरह रोज ये डग्गामार गाड़ियां बांदा से अतर्रा, चित्रकूट तक जाती हैं। दोनों जिले की सीमाओं में लगभग 4 थाने व 4 चैकियां पड़ती हैं, लेकिन इनको रोकने और समझाने वाला कोई नहीं है। आखिर किसकी मिलीभगत के चलते आरटीओ कार्रवाई करने से बचते हैं।