लापता सचिव अचानक पहुंचे ब्लॉक कार्यालय
रिसीव किया निलंबन आदेश
पिछले 5 माह से लापता चल रहे ग्राम विकास अधिकारी ने बुधवार को अचानक विकास खंड कार्यालय सुमेरपुर में उपस्थित होकर निलंबन आदेश रिसीव किया।
कहा निराधार हैं गबन के आरोप, बीमार होने के कारण उपचार के लिए बाहर था। इसी बीच लाक डाउन हो जाने से वह बाहर फस कर रह गए।
सुमेरपुर विकास खंड कार्यालय में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अमित तिवारी 20 मार्च से अचानक लापता हो गए थे। गत 6 अप्रैल को जिला विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी की रिपोर्ट पर इन्हें निलंबित कर दिया था। लेकिन निलंबन आदेश रिसीव नहीं हो सका।
अमित तिवारी के पास छानी बुजुर्ग, कल्ला, खड़ेही जार, मोराकांदर ग्राम पंचायत का चार्ज था। निलंबन के बाद इनकी ग्राम पंचायतों का कार्यभार दूसरे सचिवों के हवाले किया गया था। निलंबन आदेश रिसीव ना होने तथा लगातार गायब रहने की खबर को समाचारों में प्रकाशित किया गया था।
खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को अमित तिवारी अचानक विकास खंड कार्यालय पहुंचे और अपना निलंबन आदेश रिसीव करके अपनी योगदान आख्या विकास खंड कार्यालय में दी।
उनकी पंचायतों मे नियुक्त सचिवों व प्रधानों ने बताया कि गबन की आशंका निराधार है और सारे विकास कार्य कराये गये हैं।