बुंदेलखंड में चंद पैसों के लिए तालाब बनते जा रहे मौत का कुआं
बुंदेलखंड के हमीरपुर जनपद में खनन माफियाओं के द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत के चलते धड़ल्ले से मिट्टी का खनन कराया जा रहा है।
दरसल हमीरपुर खनन के मामले में हमेशा चर्चा में बना रहता है चाहे वह मिट्टी का खनन हो या फिर मोरम का।
हमीरपुर जनपद के मौदहा कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी का खनन प्रतिबंधित मशीनों के द्वारा सत्ता धारियों की हनक व भ्रष्टाचारी अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मानकों को ताक में रखकर खुदाई का कार्य कराया जा रहा है तथा वहां से निकलने वाली मिट्टी को मनमानी दामों में बेंच अपने जेबों को भर इसका कुछ अंश अधिकारियों को भी चढ़ाने का काम किया जाता है। जिसके चलते खनन माफियाओं को प्रतिबंधित मशीनों व काम कराने का लाइसेंस मिल जाता है कस्बे के विख्यात ओरी तालाब से पार्क बनाने के नाम पर हजारों ट्राली मिट्टी खोदकर खनन माफियाओं ने बेच डाली आलम यह है कि अब तालाब मौत के कुएं के रूप में तब्दील हो गया है।
प्रत्येक वर्ष तालाब की अधिक गहराई की वजह से किसी ना किसी व्यक्ति की जान जाती आ रही है लेकिन जिसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन आंख बंद कर खनन माफियाओं को मानक से अधिक खुदाई करने का लाइसेंस चंद पैसों पर बेंच जिलाधिकारी व सरकार की मंशाओं पर पानी फेरता नजर आ रहा है।