समर्थ फाउंडेशन ने गांवों की किशोरियों को बांटे सैनेटरी पैड
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लांकडाउन की वजह से गांव से कस्बे तक नहीं आ पा रही हैं किशोरियां
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माहवारी के दौरान फिर से पुराने तरीकों को अपनाने को हो रही थी विवश
हमीरपुर। किशोरी स्वास्थ्य और स्वच्छता पर काम कर रही समर्थ फाउंडेशन ने कुरारा ब्लाक के दूरदराज के गांवों की किशोरियों को सैनेटरी पैड मास्क का वितरण शुरू कराया है। इसका मकसद किशोरियों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। इस मुहिम का किशोरियों पर सकारात्मक प्रभाव भी हुआ है।
फाउंडेशन के देवेंद्र गांधी ने बताया कि लांकडाउन की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। खासतौर से ग्रामीण इलाकों के बाशिंदे ज्यादा प्रभावित है। गांवों की जरूरतें शहरी इलाकों पर टिकी है। लेकिन वर्तमान समय में गांव वालों के शहर या कस्बे तक पहुंच न होने की वजह से कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। खासतौर से किशोरियों को माहवारी के दौरान सैनेटरी पैड का अभाव था। ऐसे में किशोरियों के सामने फिर से पुराने तरीकों को अपनाने का विकल्प था, जो असुरक्षित है और कई तरह की बीमारियों का कारण बन जाता है।
लिहाजा कुरारा ब्लाक की एएनएम गीता, आशा बहू संपत, शांति, नीरज और उनकी टीम के जनक सिंह और उर्मिला द्वारा कुरारा ब्लाक के आधा दर्जन गांवों कुतुबपुर, बरुआ, शिवनी, खरौंज, भीतरी, बिलौटा गांवों की डेढ़ सौ किशोरियों को सैनेटरी पैड के साथ-साथ फेस मास्क का वितरण किया गया है। इतना ही नहीं किशोरियों को कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में जानकारी देते हुए इससे बचाव के तरीके भी बताए गए।