लिसीचांस्क पर कब्जे के बाद रूसी सेना ने स्लोवियांस्क पर हमले किये तेज
दिल्लीः रूस-यूक्रेन जंग अपने 5वें महीने में है, लेकिन जंग थमने का नाम नहीं ले रहा. मंगलवार को स्लोवियांस्क शहर में हुई रूसी गोलाबारी में 2 लोगों की मौत हो गई. 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. लिसीचांस्क पर कब्जे के बाद रूसी सेना ने स्लोवियांस्क पर हमले तेज कर दिया है. स्लोवियांस्क शहर के मेयर ने कहा है कि रूसी सेना मार्केट को टारगेट कक हमला कर रही है.
इधर, UN ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) की चीफ मिशेल बाचेलेट ने यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा रूस के हमले से यूक्रेन के आम नागरिकों को असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ रही है. बाचेलेट ने जल्द जंग खत्म करने की मांग की.
UN के मानवाधिकार चीफ मिशेल बाचेलेट ने कहा कि रूसी सेना ने यूक्रेन में सैकड़ों आम नागरिकों को हिरासत में लिया है. बाचलेट ने ह्यूमन राइट्स काउंसिल को बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों की डेटा इकट्ठा करने से राकने के बावजूद, हमने मनमाने ढंग से हिरासत में लेने के 270 मामले दर्ज किए है. पीड़ितों में से आठ के शव पाए गए.
इसपर रूस के प्रतिनिधि एवगेनी उस्तीनोव ने कहा कि यह रिपोर्ट रूस को बदनाम करने वाले अभियान का हिस्सा है. इसे यूक्रेन के अपराधों को छिपाने के लिए लाया जा रहा है. रूस ने यूक्रेन पर हमले के बाद नागरिकों को जान बूझ कर निशाना बनाने से इनकार किया है.
हालांकि, गठबंधन में समझौते के बावजूद, तुर्की इन दोनों देशों को अंतिम रूप से शामिल करने पर अभी भी बाधा खड़ी कर सकता है. इसके पीछे तुर्की के नेता रजब तैयब एर्दोगॉन की वह चेतावनी है जिसमें उन्होंने तुर्की की संसद द्वारा समझौते के अनुमोदन से इनकार की बात कही थी.