धूप और भूख-प्यास से गोशाला में 3 मवेशियों की मौत
बांदा,संवाददाता। गोवंशों के लिए भूसा दान अभियान के बीच गोशालाओं में भूख प्यास, बीमारी, गर्मी व लू के थपेड़ों से मवेशियों की मौत हो रही है। ताजी घटना में तुर्रा गांव में स्थित अस्थायी गोशाला में दो दिन पूर्व तीन मवेशियों की मौत हो गई। इनके शव लावारिस अवस्था में पड़े रहे।
पोस्टमार्टम नहीं हुआ। सोशल मीडिया में भी यह देखे गए। इस गोशाला का संचालन अतर्रा नगर पालिका परिषद करती है। तुर्रा स्थित अस्थायी गोशाला में आसपास के अन्ना मवेशियों को रखा गया है।
यहां की देखरेख पालिका कर्मियों के जिम्मे है। आसपास के लोगों ने बताया कि तीन गोवंश की मौत हो गई। इनका पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। मवेशियों को सूखा धान का पयार खिलाया गया।
गर्मी और लू में अधिकांश मवेशी खुले आसमान तले मौसम की मार झेल कर जर्जर हो रहे हैं। चारा, भूसा और पानी की जितनी व्यवस्था होनी चाहिए उतनी नहीं है। बुधवार को गोशाला में सिर्फ 75 मवेशी थे, जबकि यहां के अभिलेखों में 115 दर्ज हैं।
उधर, नगर पालिका ईओ राम सिंह ने बताया कि गोशाला में 50 क्विंटल भूसा का स्टाक है। 267 गोवंश हैं। तीन शिफ्टों में 10 कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। सबमर्सिबल पंप से पानी की व्यवस्था है।
कहा कि अलबत्ता जब कभी पंप खराब हो जाता है तो कभी समस्या हो जाती है। ईओ ने तीन मवेशियों की मौत से अनभिज्ञता जताई। कहा कि वह खुद अक्सर निरीक्षण करते हैं। गोशाला के प्रभारी लिपिक संतोष निगम हैं। उधर, उपजिलाधिकारी विजय प्रकाश तिवारी ने कहा कि वह जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।