श्रीलंका में आर्थिक संकट कारण भारत के पास चाय के जरिए कमाने का मौका
दिल्ली: श्रीलंका इस समय गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इस मुश्किल दौर में भारत श्रीलंका की मदद कर रहा है। लेकिन इस आर्थिक संकट की वजह से भारत के पास एक अच्छा मौका हाथ लगा है। श्रीलंका में संकट की वजह से चाय की सप्लाई प्रभावित हुई है। ऐसे में भारत के पास मौका है कि वह चाय सप्लाई के जरिए दुनिया भर के बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सके। बता दें, श्रीलंका विश्व का सबसे बड़ा चाय निर्यात करने वाला देश है।
श्रीलंका में संकट की वजह से 12 से 14 घंटे का पावर कट देखा जा रहा है। जिसकी वजह से चाय के प्रोडक्शन में भारी गिरावट देखने को मिली है। काॅमर्स डिपार्टमेंट इस मिले मौके को भुनाने की तैयारी कर रहा है। Tea बोर्ड के अधिकारी के अनुसार, ‘श्रीलंका में संकट की वजह से जो चाय की सप्लाई प्रभावित हुई है उसे पूरा करने की क्षमता भारत के पास है। हम निर्यातकों से बात कर रहे हैं। साथ भी ईरान के साथ भुगतान निपटारों पर आ रही मुश्किलों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। नए बाजारों में ब्रांड के प्रचार जैसी सुविधाओं पर अगर ध्यान दिया जाए तो भारतीय निर्यातक अच्छा कर सकते हैं।’
भारत उन देशों में अच्छा व्यापार कर सकता है जहां पारंपरिक चाय का आयात किया जाता है। भारत ईरान के बाजार में अपनी स्थिति बेहतर कर सकता है साथ ही तुर्की, इराक, अमेरिका, चीन और कानाडा जैसे देशों में बाजार के नए अवसर खोल सकता है।
टी बोर्ड द्वारा 2019 में किए गए डाटा कलेक्शन के अनुसार श्रीलंका, तुर्की को 167 मिलियन डाॅलर, रूस को 132 मिलियन डाॅलर, ईरान को 75 मिलियन डाॅलर, ईराक को 104 मिलियन डाॅलर और चीन को 55 मिलियन डाॅलर चाय का निर्यात करता है। ऐसे में अब भारत के पास मौका है कि वह श्रीलंका के इस बाजार पर अपना प्रभाव बढ़ा सके।