नाइजीरिया औपचारिक रूप से बना BRICS का पार्टनर सदस्य

अफ्रीका महाद्वीप का देश नाइजीरिया शुक्रवार को औपचारिक रूप से BRICS का पार्टनर सदस्य बन गया है। रूस की न्यूज एजेंसी RT के मुताबिक ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, ​​कजाकिस्तान, मलेशिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान के साथ नाइजीरिया 9वां ऑफिशियल BRICS पार्टनर बन गया है।

ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा- ब्राजील सरकार BRICS की अपनी अस्थायी अध्यक्षता का इस्तेमाल करते हुए आज 17 जनवरी, 2025 को BRICS में पार्टनर देश के तौर पर नाइजीरिया के ऑफिशियल एंट्री की घोषणा करती है।

ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा दुनिया की छठी बड़ी आबादी और अफ्रीकी महाद्वीप की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था (3.29 लाख करोड़ रुपए) होने के नाते नाइजीरिया के हित अन्य BRICS देशों से मेल खाते हैं। नाइजीरिया ने BRICS देशों के साथ मिलकर ग्लोबल साउथ को मजबूत करने और ग्लोबल ऑर्डर में सुधार लाने के लिए प्रयास किए हैं।

पिछले साल रूस के कजान शहर में आयोजित BRICS समिट में 13 देशों को पार्टनर देश का दर्जा दिया गया था। इनमें से अब तक 9 देश औपचारिक तौर पर इसके पार्टनर देश बन गए हैं।

तेल और गैस के भंडार, आपसी संघर्ष से अशांति नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। नाइजीरिया की आबादी 22 करोड़ है। यह देश सबसे तेजी से आबादी बढ़ने वाले देशों में शामिल है। नाइजीरिया में तेल और गैस के विशाल भंडार हैं, लेकिन आपसी संघर्ष की वजह से यहां लगातार राजनीतिक उथल पुथल मची रहती है।

BBC के मुताबिक नाइजीरिया दो भागों में बंटा हुआ है। उत्तरी हिस्सा जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं वहां गरीबी ज्यादा है। दक्षिणी और पूर्वी नाइजीरिया में ईसाई आबादी ज्यादा है। ये इलाका ज्यादा संपन्न है।

इंडोनेशिया बना था 10वां स्थायी सदस्य देश

7 जनवरी को दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया BRICS का स्थायी सदस्य बन था। इंडोनेशिया BRICS में शामिल होने वाला 10वां स्थायी सदस्य देश है। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने साल 2023 में ईरान, UAE, इजिप्ट और इथोपिया के साथ सऊदी अरब के शामिल होने की घोषणा की थी।

सऊदी अरब के BRICS में शामिल होने की प्रक्रिया फरवरी 2024 में शुरू होने वाली थी लेकिन आखिरी वक्त में सऊदी अरब ने कहा था कि वह फिलहाल BRICS में शामिल नहीं हो रहा है।

अब तक BRICS की 16 समिट हो चुकी है 2009 में BRIC देशों की पहली समिट हुई थी। इसका आयोजन रूस में हुआ था। इसके बाद 2010 में साउथ अफ्रीका के शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर BRICS हो गया। अब तक 16 बार BRICS समिट हो चुकी है। पिछले साल इसकी 16वीं समिट रूस के कजान शहर में हुई थी।

राइजिंग इकोनॉमी के कॉन्सेप्ट पर बना BRICS दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर आर्थिक संगठन बन चुका है। दुनिया की 46% से ज्यादा जनसंख्या BRICS देशों में रहती है, जबकि वैश्विक GDP में इसका हिस्सा 37% से ज्यादा है।

BRICS का अपना अलग बैंक भी है, जिसे न्यू डेवलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता है। इसका हेडक्वार्टर चीन के शंघाई में है। यह सदस्य देशों को सरकारी या प्राइवेट प्रोजेक्ट्स के लिए लोन उपलब्ध कराता है।

अफ्रीका महाद्वीप का देश नाइजीरिया शुक्रवार को औपचारिक रूप से BRICS का पार्टनर सदस्य बन गया है। रूस की न्यूज एजेंसी RT के मुताबिक ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, ​​कजाकिस्तान, मलेशिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान के साथ नाइजीरिया 9वां ऑफिशियल BRICS पार्टनर बन गया है।

ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा- ब्राजील सरकार BRICS की अपनी अस्थायी अध्यक्षता का इस्तेमाल करते हुए आज 17 जनवरी, 2025 को BRICS में पार्टनर देश के तौर पर नाइजीरिया के ऑफिशियल एंट्री की घोषणा करती है।

ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा दुनिया की छठी बड़ी आबादी और अफ्रीकी महाद्वीप की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था (3.29 लाख करोड़ रुपए) होने के नाते नाइजीरिया के हित अन्य BRICS देशों से मेल खाते हैं। नाइजीरिया ने BRICS देशों के साथ मिलकर ग्लोबल साउथ को मजबूत करने और ग्लोबल ऑर्डर में सुधार लाने के लिए प्रयास किए हैं।

पिछले साल रूस के कजान शहर में आयोजित BRICS समिट में 13 देशों को पार्टनर देश का दर्जा दिया गया था। इनमें से अब तक 9 देश औपचारिक तौर पर इसके पार्टनर देश बन गए हैं।

तेल और गैस के भंडार, आपसी संघर्ष से अशांति नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। नाइजीरिया की आबादी 22 करोड़ है। यह देश सबसे तेजी से आबादी बढ़ने वाले देशों में शामिल है। नाइजीरिया में तेल और गैस के विशाल भंडार हैं, लेकिन आपसी संघर्ष की वजह से यहां लगातार राजनीतिक उथल पुथल मची रहती है।

BBC के मुताबिक नाइजीरिया दो भागों में बंटा हुआ है। उत्तरी हिस्सा जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं वहां गरीबी ज्यादा है। दक्षिणी और पूर्वी नाइजीरिया में ईसाई आबादी ज्यादा है। ये इलाका ज्यादा संपन्न है।

इंडोनेशिया बना था 10वां स्थायी सदस्य देश

7 जनवरी को दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया BRICS का स्थायी सदस्य बन था। इंडोनेशिया BRICS में शामिल होने वाला 10वां स्थायी सदस्य देश है। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने साल 2023 में ईरान, UAE, इजिप्ट और इथोपिया के साथ सऊदी अरब के शामिल होने की घोषणा की थी।

सऊदी अरब के BRICS में शामिल होने की प्रक्रिया फरवरी 2024 में शुरू होने वाली थी लेकिन आखिरी वक्त में सऊदी अरब ने कहा था कि वह फिलहाल BRICS में शामिल नहीं हो रहा है।

अब तक BRICS की 16 समिट हो चुकी है 2009 में BRIC देशों की पहली समिट हुई थी। इसका आयोजन रूस में हुआ था। इसके बाद 2010 में साउथ अफ्रीका के शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर BRICS हो गया। अब तक 16 बार BRICS समिट हो चुकी है। पिछले साल इसकी 16वीं समिट रूस के कजान शहर में हुई थी।

राइजिंग इकोनॉमी के कॉन्सेप्ट पर बना BRICS दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर आर्थिक संगठन बन चुका है। दुनिया की 46% से ज्यादा जनसंख्या BRICS देशों में रहती है, जबकि वैश्विक GDP में इसका हिस्सा 37% से ज्यादा है।

BRICS का अपना अलग बैंक भी है, जिसे न्यू डेवलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता है। इसका हेडक्वार्टर चीन के शंघाई में है। यह सदस्य देशों को सरकारी या प्राइवेट प्रोजेक्ट्स के लिए लोन उपलब्ध कराता है।

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