श्रमिकों ने लगाया मजदूरी ना देने का आरोप
उरई/जलौन,संवाददाता। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) की हकीकत परखने के लिए क्षेत्र के ग्राम परौसा में तीन सदस्यीय टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया।
टीम ने रोजगार सेवक व महिला मेट को जरूरी दिशा निर्देश देकर श्रमिकों की प्रतिदिन हाजिरी भरने के निर्देश दिए। इस दौरान कई श्रमिकों ने मजदूरी न मिलने की शिकायत की।
ब्लाक के ग्राम परौसा में ऑडिट टीम ने पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। तो वहीं उन्होंने मजदूरों से बातचीत कर मनरेगा की स्थिति देखी।
टीम ने 2020-21 में कराए गए मनरेगा एंव प्रधानमंत्री आवास योजना कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मौजूद श्रमिकों की समस्याओं को सुनकर योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
श्रमिक विजयपाल, रामबाबू, श्याम, सन्तोष आदि ने आरोप लगाया कि जिम्मेदार चहेतों को कार्य दे रहे हैं। जबकि उन लोगों को तीन-तीन माह से मजदूरी नहीं मिली है।
जिस कारण वह लोग रोजगार की तलाश में बाहर पलायन करने पर मजबूर हैं। ऑडिटर कुसुम निरंजन ने कहा कि शासन द्वारा संचालित मनरेगा योजना के अंतर्गत कराए गए कार्यों का निरीक्षण किया है।
कुछ श्रमिकों ने मजदूरी न देने एवं कार्यो की जांच की मांग की है। ग्राम पंचायत अधिकारी जगत नारायण ने कहा कि आधार में गड़बड़ी होने के कारण श्रमिकों की मजदूरी उनके खाते में नहीं पहुंच पा रही है। आधार नंबर को सही करवा कर मजदूरी भेज दी जाएगी।
अवर अभियंता अरविंद पाल ने कहा कि जिन श्रमिकों के पास जॉब कार्ड नहीं है वह अपना आवेदन कर सकते हैं। इस दौरान ग्राम प्रधान श्रीराम कुशवाहा, अतर सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रमिक व ग्रामीण मौजूद रहे।