बारावफात पर घरों और प्रतिष्ठानों पर लहराएंगे परचम
उरई/जलौन,संवाददाता। हजरत मुहम्मद साहब की मुकद्दस यौम ए पैदायश (बारावफात) को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक 12वीं रबीउल अब्वल की तैयारी चल रहीं हैं।
आगामी 19 अक्तूबर को जश्न ए ईद मीलादुन्नबी मनाया जाएगा। इस्लामी कलेंडर के अनुसार इस बार बारहवीं रवीउल अव्वल का चांद 7 अक्तूबर को दिखाई दिया है।
इससे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में रौनक बढ़ गई है। अधिकतर अकीदतमंदों ने घरों, और प्रतिष्ठानों पर इस्लामी परचम लगा लिए हैं। शहर और गांवों में स्थित आस्तानों, मजारों व झंडों को रंग बिरंगी झालरों से सजाया है।
हाजी अब्दुल हक व गफ्फार ने बताया कि शहर हो या गांव हुजूर की आमद को लेकर मार्गों और गली, कूंचों में बनने वाले लोहे के प्रवेश द्वारों की साफ. सफाई व रंग.रोगन कर तैयार कर लिया है।
इसके अलावा बांस और प्लाई से बनने वाले गेटों को भी चमकनी आदि से सजाया और संवारा गया है। हाफिज मुहम्मद अकरम रजा ने बताया कि यह महीना बड़ी रहमत वाला है।
इसमें मस्जिदों, घरों गली, कूचों को सजाना चाहिए। वे कहते हैं उर्दू तारीख बारहवीं रवीउल अब्बल मुताबिक 19 अक्तूबर को सुबह शादिक के वक्त हजरत मुहम्मद साहब की यौम ए पैदायश का वक्त है।
इस मुबारक लम्हों का संदीजगी से अहतराम करें और आका हजरत मुहम्मद मुस्तफा को दरूदपाक पेश करें।