नाला जाम होने से बारिश का पानी घरों में घुसा मंडी में सैकड़ों कुंटल माल भीगा
बारिश से किसान खुश बोले समय से होगी खरीफ की बुवाई
भरुआ सुमेरपुर। बीती रात हुई झमाझम बारिश ने कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर कहर बरपाया. कस्बे की नई बस्ती में बारिश का पानी रिहायशी मकानों में घुस गया जिससे लोगों की गृहस्थी का सामान तहस-नहस हो गया.
नवीन गल्ला मंडी में नालियां जाम होने से बारिश का पानी मंडी प्रांगण में भर जाने से आढतियों का सैकड़ों कुंटल माल भीग गया. टेढ़ा में नालियां जाम होने से मिनी स्टेडियम पानी से लबालब हो गया.
वहीं किसानों के इस बारिश से चेहरे खिल गए. किसानों का कहना है कि इस बारिश ने खरीफ की फसलों की बुवाई करने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है. बीती रात कुदरत ने जमकर कहर बरपाया.
रात करीब 9 बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश ने एक घंटे से ज्यादा समय तक जमकर पानी बरसाया. इससे खेत खलियान नाले तालाब पोखर उफनाने लगे. कस्बे की नई बस्ती में बारिश का पानी घरों में घुस गया. इससे लोगों की गृहस्थी नष्ट हो गई.
यहां के निवासी मुकेश साहू, पिंटू साहू, अमित कुमार, अनिल कुमार, सुरेश पांडे आदि ने बताया कि नाला जाम होने से बारिश का पानी घरों में घुसा है. उन्होंने बताया कि नाला साफ कराने के लिए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से कहा गया था.
परंतु उन्होंने ध्यान नहीं दिया और बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया. वहीं कस्बे की नवीन गल्ला मंडी में नालियां जाम होने से बारिश का पानी मंडी प्रांगण में एकत्र होने से व्यापारियों का गेहूं, पीला सरसों, अरहर, मटर आदि भीग गया. व्यापारी रामकिशुन गुप्ता, उमाशंकर गुप्ता, रमाकांत गुप्ता, सोनू उर्फ बल्लू गुप्ता, उमाकांत गुप्ता आदि ने बताया कि मंडी सचिव की लापरवाही से व्यापारियों का लगातार नुकसान हो रहा है. कई बार शिकायत करने के बाद मंडी सचिव ने नालियों की साफ सफाई नहीं कराई है.
उधर ग्राम पंचायत टेढा में नालियां जाम होने से बारिश के पानी से मिनी स्टेडियम लबालब हो गया. इस वजह से सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए पहुंचे युवाओं को निराश होना पड़ा.
पूर्व प्रधान सौरभ सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रधान एवं सचिव की लापरवाही से समस्या खड़ी हुई है. वहीं किसानों ने इस बारिश पर प्रसन्नता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि मानसून की इस तेज बारिश ने खरीफ की फसलों के बोने की तैयारियों का मार्ग खोल दिया है. इस बारिश के बाद जून के अंतिम सप्ताह में खरीफ की फसलों की बुवाई शुरू हो जाएगी।