हमीरपुर। अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाओं ने की बरगद की पूजा
हमीरपुर। सुमेरपुर कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए सुहागिन महिलाओं में बरगद की पूजा की और पति की दीर्घायु तथा सुख समृद्धि की कामना की ¦ लॉक डाउन होने के बाद भी कोरोना का डर महिलाओं को डिगा नहीं सका और महिलाओं ने वटवृक्ष के पास जाकर विधिवत पूजा अर्चना की, कुछ महिलाओं ने घर मे ही इस पर्व को मनाया।
बताया जाता है कि वटवृक्ष का पौराणिक धार्मिक महत्व अत्यंत श्रेष्ठ है ¦वटवृक्ष की छाल में विष्णु का वास जड़ में ब्रह्मा का वास तथा शाखाओं में शिव का वास होता है ¦
पीपल जहां विष्णु का प्रतीक माना गया है वही बरगद का वृक्ष शिव का प्रतीक माना गया है ¦इस वृक्ष की छाया से मन को शांति मिलती है ¦इस वृक्ष की आयु बहुत लंबी होती है इसीलिए इसे अक्षयवट भी कहा जाता है इस वट वृक्ष के नीचे सावित्री के पति को लेने के लिए यमराज आए थे मगर सावित्री की इच्छा शक्ति के आगे यमराज को भी नतमस्तक होना पड़ा था और सत्यवान के प्राण लौटाने पड़े थे ¦
इसी कारण महिलाएं वट वृक्ष को पूज्य मानती हैं और वर्ष में एक बार जेष्ठ मास में बरगद की पूजा अर्चना करती है और अपने पति की लंबी आयु संतान की प्राप्ति वह सुख समृद्धि के लिए विभिन्न पूजा सामग्री के साथ सुसज्जित होकर पूजा अर्चना करती हैं ¦
शुक्रवार को सुमेरपुर कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बरगद पूजा का महान अनुष्ठान जगह-जगह किया गया ¦कोरोना का भय महिलाओं को पति प्रेम के आगे हिला नहीं सका ¦ काफी संख्या में महिलाएं बरगद वृक्ष के नीचे पूजा करती हुई दिखाई दी ¦