इंडियन आर्मी ने पेश की Electric Gypsy, जानिए खासियत…

नई दिल्ली, देश में लगातार इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने की कवायत चल रही है। लोग नई इलेक्ट्रिक गाड़ियों को खरीदने के साथ-साथ अपनी पुरानी डीजल और पेट्रोल इंजन वाली कारों में भी Retrofitting के जरिए इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी लगवा रहे हैं।

भारतीय सेना भी इसमें पीछे नहीं है। इंडियन आर्मी सेल, आईआईटी दिल्ली और टैडपोल ईवी नाम के एक स्टार्ट-अप ने मिलकर संयुक्त रूप से पुरानी मिलिट्री जिप्सियों को इलेक्ट्रिक वाहन में बदला है। इन रेट्रोफिटेड Electric Gypsy को सेना कमांडरों के चल रहे सम्मेलन में प्रदर्शित किया गया। इसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली है। आइए आपको बताते हें कि ये इलेक्ट्रिक जिप्सी कैसी दिख रही है।

इंडियन आर्मी की Electric Gypsy

इंडियन आर्मी सेल, आईआईटी दिल्ली और टैडपोल ईवी नाम के एक स्टार्ट-अप द्वारा पुरानी मिलिट्री जिप्सी को EV में बदला गया है। पहली नजर में ये पूर तरह इलेक्ट्रिक कार ही नजर आती है। इसकी डिजाइन की बात करें तो बाहर की ओर कार के फेंडर पर Electric लिखा गया है जो यह प्रदर्शित करता है कि इलेक्ट्रिक कार है।

कार के रंग की बात करें तो इसमें व्हाइट के साथ ग्रीन कलर का उपयोग किया गया है। इसके साइड में Pure EV के साथ भारतीय सेना का प्रतीक चिन्ह उकेरा गया है। हालांकि कार में कोई इंटीरियर अपडेट या बैटरी क्षमता के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।

कार में Retrofitting कितना सही

जब हम कोई लंबा इनवेस्टमंट करते हैं तो ये देखना जरूरी हो जाता है कि ये कितने फायदेमंद या नुकसान वाला हो सकता है। कार मेंRetrofitting कराते समय भी ये सवाल उठना लाजमी है। इस प्रक्रिया में 3 से 10 लाख रुपए का खर्चा है। अगर कार में अच्छी रेंज चाहिए तो खर्चा भी उतना अच्छा ही करना पड़ेगा।

आप अपने हिसाब से देख सकते हैं कि अगर आपको सरकार की ओर से अच्छी सब्सिडी मिल जाती है तो Retrofitting करा सकते हैं। मोटा-माटी माना जा सकता है कि ये काम सरकार योजना पर पूरी तरप निर्भर है। अगर आपका राज्य सरकार Retrofitting को बढ़ावा दे रही है तो ये कार्य आपके लिए सस्ता और सुलभ हो जाएगा।

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