यमुनोत्री हाईवे पर लगातार बोल्डर आने से यात्री परेशान तो अफसरों ने लिया जायजा
दिल्लीः यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को ठप पड़े हुए करीब दो दिन होने जा रहे हैं. धरासू बैंड के पास पहाड़ी से लगातार भारी भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग बंद हुआ था, जिस कारण यमुनोत्री नेशनल हाइवे से लगा हुआ गंगोत्री नेशनल हाइवे भी बंद होने की नौबत बनती रही. गंगोत्री नेशनल हाइवे को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया गया, लेकिन यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर भारी बोल्डर और मलबा होने के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध है. यमुनोत्री हाईवे 42 घंटे से ज़्यादा समय से ठप है, तो गंगोत्री हाईवे हर दो घंटे में बाधित हो रहा है और हज़ारों यात्रियों को घंटों से फंसे रहने से कई तरह की समस्याएं पेश आ रही हैं.
गुरुवार को एडीएम तीर्थपाल सिंह ने भूस्खलन क्षेत्र का जायजा लिया और कार्यदायी संस्थाओं को तेजी के साथ मलबा हटाने के निर्देश दिए. सिंह ने कहा कि यमुनोत्री नेशनल हाइवे से मलबा हटाने के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत गंगोत्री नेशनल हाइवे से गुजरने वाले ट्रैफिक को दो.दो घण्टे के लिए रोका जाएगा. इसके लिए वाहनों को होटल, ढाबों के नजदीक डुंडा, चिन्यालीसौड़ में रोका जाएगा. एडीएम ने यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश पुलिस को दिए. साथ ही, सुरक्षा के नज़रिये से 24X7 भूस्खलन क्षेत्र में वाचर्स तैनात करने को भी कहा गया.
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 18 से 21 अगस्त के दौरान पहाड़ों में अच्छी बारिश का यलो अलर्ट जारी कर रखा है. इससे दो तीन दिन पहले भी भारी बारिश का दौर यहां हो चुका है इसलिए पहाड़ों से भूस्खलन की खबरें लगातार बनी हुई हैं. टिहरी ज़िले में बारिश के चलते जिले के 6 ग्रामीण और 1 स्टेट हाईवे बंद है तो पूरे राज्य में 100 से ज़्यादा सड़कें ठप पड़ी हुई हैं.