उद्योग लगाने को मिलेगा 50 लाख का ऋण
उरई/जलौन स्वरोजगार को बढ़ावा देने और युवा नौकरी मांगने के बजाय उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हों, इसके लिए सरकार ने युवाओं को दो गुना ऋण देने का निर्णय लिया है। ऋण की सीमा दो गुनी होने से युवाओं को उद्योग लगाने पर मिलने वाली सब्सिडी की राशि भी बढ़ जाएगी।
इससे युवाओं को बड़ा उद्योग लगाने में सहूलियत मिलेगी। अभी तक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए 25 लाख रुपये मिलते थे। अब सरकार ने इसका दायरा बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिए हैं।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं को उद्योग और सेवा क्षेत्र में अपना उपक्रम स्थापित करने के लिए अलग-अलग ऋण दिया जाता है। सरकार की ओर से अनुदान भी तय रहता है।
सरकार की ओर से दी जाने वाली धनराशि पर शहरी क्षेत्र के उद्यमियों के लिए 25 फीसदी तक और शहरी क्षेत्र के उद्यमियों के लिए 35 फीसदी तक अनुदान सरकार की तरफ से दिया जाता है।
सरकार ने सेवा क्षेत्र में उपक्रम स्थापित करने के लिए भी ऋण की राशि 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी है। जिले में इस योजना के तहत भी दो उद्यमियों ने 50 लाख तक का ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया है।
18 से 40 साल तक के युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए 25 लाख रुपये और सेवा क्षेत्र में उपक्रम स्थापित करने के लिए 10 लाख रुपये तक ऋण दिया जा रहा है। इस योजना में अधिकतम आयु 40 साल निर्धारित है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना में ऊपरी आयु निर्धारित नहीं की गई है। जिला उद्योग केंद्र के अनुसार इस वर्ष 19 युवाओं को बैंकों की ओर से ऋण स्वीकृत किया जा चुका है। सरकार की ओर से इन ऋण प्राप्त करने वाले लोगों को लगभग 43 लाख रुपये का अनुदान सरकार देगी।
पिछले साल जिले में 49 लोगों को ऋण मिला था और अनुदान के रूप में सरकार ने 99.62 लाख रुपये दिए थे। जिले उद्योग केंद्र में पदस्थ उपायुक्त उद्योग प्रभात यादव का कहना है कि युवाओं के पास विजन है और वे उद्यमी बनने की ललक है तो सरकार उन्हें खुले दिल से ऋण देने के लिए तैयार है। 50 लाख रुपये की ऋण मझला उद्योग स्थापित करने काफी मदद कर सकता है।