डिप्थीरिया से बच्चो को बचाने के लिए अगस्त में होगा टीकाकरण अभियान
दिल्लीः कोरोना, डेंगू, चिकनगुनिया के बीच अब डिप्थीरिया के लिए मध्य प्रदेश में अलर्ट घोषित किया गया है. स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए विशेष अभियान शुरू कर रहा है. अगले महीने अगस्त से इसकी शुरुआत हो जाएगी. प्रदेश के हर जिले में बच्चों को एंटी डिप्थीरिया के टीके लगाए जाएंगे.
जबलपुर के टीकाकरण अधिकारी ने जानकारी दी कि डिप्थीरिया बीमारी से निपटने के लिए जिले में भी अगस्त से अभियान शुरू हो रहा है. इसमें जिले भर के करीब 1लाख 16 हजार बच्चों को टीडी वैक्सीन लगाई जाएगी. इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. 10 साल और 16 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
पड़ोसी राज्यों में बढ़ा खतरा
हाल ही में मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में डिप्थीरिया बीमारी से ग्रसित बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है. उसके बाद केंद्र सरकार ने टीकाकरण अभियान चलाने पर जोर दिया है. जबलपुर में भी हर साल 10 से 12 बच्चों को डिप्थीरिया हो जाता है. टीकाकरण अधिकारी के मुताबिक यह बीमारी लाइलाज है और इससे ग्रसित होने वाले बच्चे की मौत लगभग तय हो जाती है. इसलिए इस घातक बीमारी से निपटने का एकमात्र तरीका है कि समय पर टीकाकरण होना चाहिए. वैसे तो ये टीका 5 साल तक के बच्चों को लगा दिया जाता है. लेकिन फिर भी कुछ जिले ऐसे हैं जहां लोग अभी भी टीकाकरण को लेकर जागरूक नहीं हैं. इसलिए एक भी बच्चा न छूटे इस मकसद को लेकर स्वास्थ्य महकमा विशेष अभियान चलाने जा रहा है.
डिप्थीरिया नाम की बीमारी बच्चों को गले में होती है. इसलिए इस बीमारी को गलघोंटू बीमारी भी कहा जाता है. जिस बच्चे को यह बीमारी होती है उसके गले में एक झिल्ली बन जाती है जिसकी वजह से सांस लेने में उसे तकलीफ होने लगती है और धीरे-धीरे शरीर के बाकी अंग भी काम करना बंद कर देते हैं.