कर्ज में डूबे युवक ने फांसी लगाकर दी जान
उरई/जालौन,संवाददाता। जालौन एक मजदूर ने फांसी लगाकर जान दे दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक ईंट भट्टे पर काम करता था। घटना डकोर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कमठा की है। मृतक गंगादीन (45) ग्राम कमठा का रहने वाला है। वह भट्टा बंद होने के बाद 16 जून को गंगादीन अपने गांव कमठा वापस आ गया था।
गांव आने के बाद से ही वह तनाव में था और ठीक से खाना पीना नहीं कर रहा था, जिसके चलते सोमवार देर शाम को बिना बताए घर से निकल गया और गांव के बाहर सड़क किनारे एक पेड़ पर अपनी साफी का फंदा गले में डालकर झूल गया। जिसमें दम घुटने पर मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
रात भर वापस घर न आने पर परिजनों ने काफी देर तक खोजने का प्रयास किया। मगर गांव में नहीं मिला, जब सुबह के वक्त कुछ लोग बाहर जा रहे थे, जहां उन्होंने सड़क किनारे लगे पेड़ पर मजदूर का शव झूलते हुए देखा तत्काल उन्होंने इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी।
इसके साथ ही पुलिस को भी अवगत कराया जानकारी मिलते ही पुलिस के साथ परिजन मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने शव को नीचे उतारते हुए कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस घटना के बाद मृतक के लड़के सौरभ व सूरज ने बताया कि पिता गंगाराम ने औरैया जनपद के भट्टा मालिक से कर्ज ले रखा था, अदा न करने पर भट्टा मालिक लगातार धमकी दे रहा था और जब पिता 16 जून को भट्टा बंद होने पर घर आ रहे थे, तो भट्टा मालिक ने उनकी मोटरसाइकिल सहित बाकी सामान भी अपने पास रख लिया था और कर्ज अदा न करने पर गांव आकर बेइज्जती करने की धमकी दे रहा था।
जिस वजह से पिता मानसिक रूप से परेशान थे, इसी कारण उन्होंने फांसी पर झूल कर खुदकुशी कर ली है। वहीं इस मामले में डकोर कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामले में अभी तक किसी प्रकार की कोई तहरीर मृतक के परिजनों की तरफ से नहीं दी गई है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है कि किन कारणों से मजदूर ने फांसी लगाकर जान दी है।
इस घटना के बाद मृतक के लड़के सौरभ व सूरज ने बताया कि पिता गंगाराम ने औरैया जनपद के भट्टा मालिक से कर्ज ले रखा था, अदा न करने पर भट्टा मालिक लगातार धमकी दे रहा था और जब पिता 16 जून को भट्टा बंद होने पर घर आ रहे थे, तो भट्टा मालिक ने उनकी मोटरसाइकिल सहित बाकी सामान भी अपने पास रख लिया था और कर्ज अदा न करने पर गांव आकर बेइज्जती करने की धमकी दे रहा था
। जिस वजह से पिता मानसिक रूप से परेशान थे, इसी कारण उन्होंने फांसी पर झूल कर खुदकुशी कर ली है। वहीं इस मामले में डकोर कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामले में अभी तक किसी प्रकार की कोई तहरीर मृतक के परिजनों की तरफ से नहीं दी गई है, साथ ही मामले की जांच की जा रही है कि किन कारणों से मजदूर ने फांसी लगाकर जान दी है।