पात्र को लेखपाल ने किया अपात्र घोषित, रोकी प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त
बांदा,संवाददाता। प्रधानमंत्री आवास योजना में खुलकर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। एक लाभार्थी की किश्त का पैसा आया। जिसे देने के लिए लेखपाल ने युवक से 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी। जिसे वो देने में असमर्थ था। जिसके चलते लेखपाल ने उसे अपात्र घोषित कर दिया।
जिले के कोतवाली शुकुल कुआं निवासी में राजेश कुमार के बड़े भाई सुरेश कुमार द्विवेदी ने कैमरे में बताया की यह मकान पुश्तैनी है। पहले हम तीन भाई थे मैं सबसे बड़ा हूं मैं कुछ कमाकर अपने बच्चों का पेट पाल रहा हूं। मुझे कोई मदद की जरूरत नहीं है।
लेकिन एक भाई खत्म हो चुका है। एक भाई राजेश कुमार है उसकी पत्नी दिव्यांग है। उसका एक बेटा है। उसके राजेश कुमार मजदूरी करता है। लेखपाल ने कहा कि अब तुम्हारा पैसा आ गया है।
तुम्हारा नाम प्रधानमंत्री रोजगार योजना में लिस्ट में है तुम कच्चे मकान को गिरवा दो और फाउंडेशन खुद आओ मैं तुम्हारा पास कर दूंगा। तुम्हारे अकाउंट में पैसा पहुंच जाएगा।
लेकिन तुम्हें सुविधा शुल्क के तौर पर मुझे 20,000 रुपए देने होंगे मैंने निवेदन किया कि सरकार इतना पैसा मेरे पास नहीं होगा ज्यादा दिक्कत है। अगर नहीं बनता तो आप पूरा पैसा मेरे अकाउंट में डलवा दो।
मैं उसी से आपको दे दूंगा निकालकर क्योंकि मैं रोज कमाता हूं रोज खाने वाला आदमी हूं। 20,000 कहां से आएगा लेखपाल भानु गुप्ता जी नहीं माने और उन्होंने कहा अब देखो राजेश पैसा तो तुम्हें देना ही होगा। अगर पैसा नहीं तो यह पैसा मैं तुम्हें लेने नहीं दूंगा। चाहे इसके लिए मुझे अपनी नौकरी भी दांव में क्यों न लगानी पड़े।