कोरोना से बचाव का टीका लगवाने पहुंचे बच्चे
जिला पुरुष अस्पताल में लगा 12 से 14 साल के बच्चों को टीका
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण से किशोर-किशोरियों को बचाने को लेकर शुरू किए गए अभियान में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के दिन एक और उपलब्धि जुड़ गई।
शासन ने 15 से 17 वर्ष आयुवर्ग के बाद आज से 12 से 14 साल के किशोर-किशोरियों को भी टीका लगाने का अभियान शुरू कर दिया। जिला पुरुष अस्पताल में लगाए गए एकमात्र सत्र का जिलाधिकारी ने उद्घाटन किया। शाम तक यहां नौ बच्चों को टीका लगाया गया था।
16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। जनपद में शून्य से दो वर्ष के बच्चों और गर्भवती को टीका लगवाने के आंकड़ों में व्यापक पैमाने पर सुधार हुआ है।
इस बीच बीते सोलह माह से लगातार कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर हर आयुवर्ग के लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं। जनवरी माह से 15 से 17 साल के किशोर-किशोरियों को टीका लगाने की शुरुआत हुई थी।
बुधवार से जनपद में 12 से 14 साल के बच्चों को टीका लगाने का भी अभियान शुरू हो गया। जिला अस्पताल में लगाए गए एकमात्र सत्र का जिलाधिकारी ने उद्घाटन किया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके रावत, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. महेशचंद्रा, एसीएमओ डा. पीके सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल यादव भी मौजूद रहे।
कोरोना से बचाव को लेकर शुरू किए गए टीकाकरण अभियान के प्रति जहां बच्चों में उत्साह दिखा, वहीं अभिभावक भी जागरूक नजर आए। 12 साल की हर्षिता अपने भाई के साथ टीका लगवाने पहुंची थी।
हर्षिता टीवी चैनलों में कोरोना के बारे में आने वाली खबरों को देखकर कोरोना के प्रति सजग दिखी। इसी तरह 13 वर्षीय तपिश पटेल अपने पिता नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेष डा. आशुतोष निरंजन के साथ वैक्सीन लगवाने आए हुए थे।
तपिश ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीका जरूरी है। अब तो धीरे-धीरे सभी आयुवर्ग के लिए टीके आ चुके हैं।
पिता का हवाला देते हुए बताया कि शुरू से ही पापा कह रहे थे कि जैसे ही बच्चों के लिए वैक्सीन आएगी, वैसे ही लगवानी है, इसलिए वह शुरू से ही वैक्सीन लगवाने को लेकर तैयार थे। इसी तरह आर्यन, सिद्धार्थ ने भी उत्साह के साथ टीका लगवाया।